यूपी समाचार: उत्तर प्रदेश स्थित फतेहपुर (फतेहपुर) जिले में धर्मांतरण के मामले में दस नामजद और 50 अज्ञात पहचान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह जानकारी पुलिस ने शनिवार को दी। नगर क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) वीर सिंह ने शनिवार को बताया कि सुल्तानपुर (सुल्तानपुर) जनपद के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बहाउद्दीनपुर गांव के रहने वाले सर्वेंद्र विक्रम सिंह की तहरीर के अनुसार, वह 25 जनवरी, 2021 को किसी काम के लिए फतेहपुर आया था। जहां उसकी मुलाकात खागा कोतवाली के सुजरही गांव के रहने वाले रामचंद्र नामक व्यक्ति से हुई थी।
रिकॉर्ड दर्ज करने के अनुसार, उन्होंने बताया कि रामचंद्र ने सर्वेन्द्र से कहा कि हिंदू धर्म ईसाई धर्म छोड़कर दत्तक संस्था पर नकद रुपये और परिवार का खर्च भी लगाएंगे। इसके बाद रामचंद्र उसे देवीगंज स्थित इंडियन प्रेस चर्च ले गए। वहां पादरी से मिले। पादरी ने रुपये देने की बात कह कर शुआट्स में उसका जॉब लगवाने का भी लालच दिया। इसके बाद सर्वेन्द्र झांसे में पादरी के साथ नैनी आया।
इनके खिलाफ कहा गया
सीओ ने बताया कि बुधवार को सदर कोतवाली पुलिस ने एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट (शुआट्स) के निदेशक विनोद बी. लाल, कुलपति आरबी,कुछ पुत्र डा. जोनाथन लाल अजय लारेंस, प्रवक्ता रमाकांत दुबे, एसबी लाल, स्टीफेन पास, डेरिक डेनिस, रामचंद्र, देवीगंज चर्च के पादरी सहित 10 नामजद के अलावा 50 अज्ञात के खिलाफ धर्मांतरण कानून का मुकदमा दायर किया गया है। वीर सिंह ने बातचीत में बताया कि सर्वेन्द्र ने हिन्दू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म को अपना लिया था, लेकिन बाद में उसने फिर से धर्म परिवर्तन कर हिन्दू अपना लिया।
रामचंद्र सर्वेंद्र को देवीगंज के इंडियन प्रेस चर्च ले गए, जहां एक पादरी से मुलाकात हुई। पादरी ने रुपये देने की बात कह कर शुआट्स में उसका जॉब लगवाने का भी लालच दिया। इसके बाद सर्वेन्द्र झांसे में पादरी के साथ नैनी आया। जहां धर्म परिवर्तन हुआ।