अखिलेश यादव पर भूपेंद्र चौधरी: मैनपुरी उपचुनाव (मैनपुरी उपचुनाव परिणाम) में समाजवादी पार्टी की जबरदस्त जीत के बाद अखिलेश यादव (अखिलेश यादव) ने अपने हाथों अंकल शिवपाल यादव (शिवपाल सिंह यादव) की पार्टी में वापसी की थी। जिसके बाद माना जा रहा था कि अखिलेश यादव जीत के रिटर्न गिफ्ट के तौर पर शिवपाल यादव को पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं, लेकिन सपा (सपा) का झंडा थामने के कई दिन गुजर जाने के बाद भी उन्हें अब तक पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली है। जिसे लेकर अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Choudhary) ने सवाल स्वीकार किए हैं।
भूपेंद्र चौधरी ने शिवपाल यादव को कोई जिम्मेदारी न दिए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी पर तंज कसा और कहा कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव का अंतर्कलह और अंतर्विरोध खत्म होने वाला नहीं है। दोनों के बीच अब भी सत्ता की लड़ाई है ये बात वो भी जानते हैं। भूपेंद्र चौधरी ने सपा पर निशाना साधे हुए कहा कि उनका पारिवारिक संगठन है। भाजपा लोकतंत्र के रूप में नहीं है, कि किसी से बातचीत करके निर्णय लेने हैं। उन्हें तो अपने आप से व्यक्तिगत निर्णय लेने हैं, फिर भी अब तक शिवपाल यादव को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया।
भूपेंद्र चौधरी ने देखा
भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष ने शिवपाल सिंह यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो कभी स्पा से अलग ही नहीं हुए हैं। वो हमेशा से स्पा में ही है। साल 2017 में वो सपा के विधायक थे और 2022 में भी सपा के विधायक हैं। भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि अंकल-भतीजा की जो अंतर्विरोध की लड़ाई है वो समाप्त होने वाला नहीं है। अखिलेश और शिवपाल के बीच जो विक्षिप्त महिला है वह दोनों जानते हैं लेकिन स्थिति की स्थिति से उन्होंने फैसला किया होगा।
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वहीं मैनपुरी उपचुनाव में जीत को लेकर उन्होंने कहा कि घेराव सिंह यादव सपा के बड़े नेता थे, प्रदेश के नंबर रहे, केंद्र में रक्षा मंत्री रहे. उनके प्रति साहनुभूति के कारण सपा चुनाव जीतने में सफल रही, लेकिन निश्चित रूप से शिवपाल और अखिलेश का अंतर्विरोध हमेशा बना रहेगा।
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