UNITED NEWS OF ASIA. मुरादाबाद । में पीतल कारोबारी अनिल चौधरी की हत्यारिन उनकी पत्नी तनु है। तनु 10 महीने पहले बेटे की चाहत में जिस तांत्रिक के पास गई थी, उसी के इश्क में पड़ कर अपने पति को मरवा दिया। तनु ने बेहद शातिराना अंदाज में हत्याकांड की स्क्रिप्ट लिखी थी।
कारोबारी की हत्या में तनु के अलावा 3 और लोग शामिल थे। पुलिस ने खुलासे में बताया- तनु कातिलों को मोबाइल की फ्लैश लाइट से रोशनी दिखा रही थी। वो कातिलों को बता रही थी कि उसके पति को कहां-कहां चाकू मारें। जब अनिल अचेत होकर गिर गए तो तनु ने दो-चार चाकू और मारने को कहा। ताकि पति के जिंदा बचने की गुंजाइश ही न बचे।
पुलिस ने तनु और वारदात में शामिल मोहित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्याकांड में शामिल एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाले दिन ही मौत हो गई। जबकि वारदात का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया अभी फरार है। पुलिस की टीमें उसे तलाश करने में जुटी हैं।
आधी रात कारोबारी को घर में घुसकर चाकू से गोदा
वारदात 14 जुलाई यानी बीते शनिवार रात करीब एक बजे की है। कटघर में मोहल्ला गाड़ीखाना में रहने वाले पीतल कारोबारी अनिल चौधरी (32) की घर में घुसे कातिलों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी। हत्यारों ने उनके शरीर पर चाकू से 20 से भी अधिक वार किए। अनिल की लाश उनके बेडरूम में बेड पर पड़ी मिली थी।
वारदात के वक्त पीतल कारोबारी के घर में उनके अलावा उनकी पत्नी तनु, 13 साल की बेटी मानवी और एक छोटी बेटी मौजूद थी। ये सभी एक ही रूम में थे। घटना के बाद पुलिस को दिए बयान में तनु ने कहा- वारदात की रात 8:30 बजे ही खाना खाकर सो गई थी, इसलिए उसकी आंख नहीं खुली।
13 साल की चश्मदीद बेटी ने बताए कातिलों के नाम
जब अनिल चौधरी पर चाकू से हमला किया गया तो उनकी चीख सुनकर 13 साल की बेटी मानवी की आंख खुल गई। उसने कातिलों को पिता पर चाकू से वार करते हुए देखा तो बचाने की कोशिश की। बच्ची ने उसी बेड पर सो रही अपनी मां तनु को भी जगाया।
घटना के बाद पुलिस को दिए स्टेटमेंट में मानवी ने कहा- मेरे पिता को आमोद और मोहित ने चाकू घोंपकर मार डाला। वो दोनों रात में करीब एक बजे दरवाजे पर आए और पापा से कहा कि उन्हें फर्म का पेमेंट देना है। फिर पापा ने जैसे ही गेट खोला तो दोनों उन पर चाकू से हमला करने लगे। पापा जान बचाने को बेडरूम में भागे तो दोनों उनके पीछे बेडरूम में घुस आए और चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। मैं बहुत डर गई थी। मैंने मम्मी को जगाया, वो उस वक्त सो रही थीं।
बेटी मानवी ने भी यह बयान अपनी मां तनु के कहने पर दिया था।
वारदात की रात, एक कातिल की मौत
पीतल कारोबारी की हत्या में शामिल रहे एक कातिल आमोद गुप्ता की वारदात वाली रात ही मौत हो गई थी। दरअसल, आमोद शराब के नशे में धुत होकर अनिल की हत्या करने गया था। नशे में होने की वजह से पीतल कारोबारी को चाकू मारते वक्त उसके हाथ में भी चाकू लग गया, जिससे उसके हाथ की नस कट गई थी।
अधिक खून बह जाने की वजह से वह बेहोश होकर रास्ते में गिर पड़ा। अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था। आमोद पीतल कारोबारी के घर के पास ही महबुल्लागंज मोहल्ले का रहने वाला था।
अनिल की हत्या का मास्टरमाइंड तांत्रिक कन्हैया महबुल्लागंज में आमोद के ही मकान में किराए पर रहता था। कन्हैया के रूम पर ही पीतल कारोबारी का दूसरा कातिल मोहित भी उसके रूम पार्टनर के तौर पर रहता था।