नमस्कार! आज हम आपको बताने आये है कवर्धा के एक अनटोल्ड स्टोरी के बारे मे
कुछ दिनों मे अपना 26वां सावन पूरा करने जा रहा कवर्धा कई मायनो मे बेहद खास है
मैकाल पर्वत से घिरा यह जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक पर्यटन के लिए भी जाना जाता है.
नागवंशी राजाओं की राजधानी से लेकर कबीर साहेब के शिष्यों की तपोस्थली तक हमारे जिले की अपनी विशेषता रही है
15 साल तक मुख्यमंत्री का तमगा रखने वाले वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह भी इसी कवर्धा के निवासी है
आज हम बात कर रहे कवर्धा के एक बहुप्रतिक्षित मांग की “मेडिकल कॉलेज”
जी हां कवर्धा जिले मे ये मांग वर्षो पुरानी रही है की कवर्धा मे मेडिकल कॉलेज या इंजीनियरिंग कॉलेज खोला जाये
समय मे पीछे झांके तो पॉलिटेक्निक कॉलेज खुलने के बाद कवर्धा मे मेडिकल कॉलेज की उम्मीद बेहद रही, और हो भी न चुकी तत्कालीन मुख्यमंत्री का गृहजिला था
पर कवर्धा उच्च शिक्षा के नाम पर हमेशा ठगा ही रह गया
पर विगत वर्ष पूर्व पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने मेडिकल कॉलेज की घोषणा करके प्रारम्भिक कार्य पुरे कर दिए जिससे अब जिले को मेडिकल कॉलेज की एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है
वर्षो पुरानी मांग, छात्र संघठनों का कड़ा संघर्ष
कवर्धा मे मेडिकल कॉलेज की मांग एक बड़ा संघर्षशील सफर रहा है
सीएसपी, एनसयूआई, अभाविप से लेकर तमाम अन्य संगठन भी समय समय पर जिले मे मेडिकल कॉलेज की मांग करते हुए सड़को पर उतरा करते थे
जी तोड़ संघर्ष और बड़ी सी हिम्मत से करवाई मेडिकल कॉलेज की घोषणा
विधानसभा चुनाव 2018 चरम मे था. तत्कालीन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी विधायक प्रत्याशी मोहम्मद अकबर के पक्ष मे प्रचार करने पहुंचे थे
मंच पर गिनती के प्रथम पंक्ति के नेता कार्यकर्ता मौजूद थे
हजारों की भीड़ को राहुल गाँधी एवं भूपेश बघेल जैसे नेताओं ने सम्बोधित किया
तब तक कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेज के संबंध मे कोई बात नहीं की थी
तब मंच पर मौजूद रहे एनसयूआई के तत्कालीन अध्यक्ष विकाश केशरी ने अपनी जेब से एक कागज निकाल कर राहुल गाँधी को दे दिया
राहुल ने कागज पढ़ते ही उत्साह पूर्वक भूपेश बघेल से बात की और कागज उनके हाथों मे देते हुए कहा की मेडिकल कॉलेज की घोषणा कर दीजियेगा
मंच पर मौजूद तमाम नेता विकास की ओर देखते रह गए और भूपेश बघेल ने कांग्रेस की सरकार बनने पर मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा कर दी.
गौरतलब है की विकास पीजी कॉलेज के अध्यक्ष रह चुके है एवं लगभग 10 वर्षो के छात्र राजनीति के दौरान अनेको कार्यक्रमों प्रदर्शनों से स्कूली एवं उच्च शिक्षा के मुद्दों को उठा चुके है.
कवर्धा मे उच्च शिक्षा मे सुधार समेत अन्य मांगो को लेकर 65 किमी कीमी पदयात्रा तक का आयोजन विकास के कार्यकाल दौरान हुआ था.
उम्मीदों को लगे पँख,मेडिकल कॉलेज का काम चालू हुआ
नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री निवास मे कवर्धा के कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री की भेंट चल रही थी, अपनी बारी का इंतजार करने के बाद विकास ने माइक पकड़ा और पुनः भूपेश बघेल से अपनी मांग दोहराई, इस बार बघेल अपने ठेठ अंदाज मे बोले की मोला याद है “राहुल जी आये रहिस ता घोषणा करें रहैन”
कोरोना के संघर्ष भरे समय के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान अपनी घोषणा दोहराई जिसके बाद राज्य शासन और जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज निर्माण मे स्फूर्ति दिखाई और अनेक स्थानों के अवलोकन के बाद घोटिया स्थित जगह का चयन तक कर लिया गया है
वहीँ वर्तमान सरकार द्वारा शासन स्तर पर प्रक्रिया की जा रही जिस हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं सांसद संतोष पाण्डेय ने केंद्रीय मंत्री समेत अन्य को उचित माध्यम से जल्द मेडिकल कॉलेज स्वीकृति प्रदान करने प्रयास किया है.
अनेको लोगों के संघर्ष और जनता की मांग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बलबूते जल्द ही कवर्धा मे एक बेहतर मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा जिससे कवर्धा समेत आसपास के पडोसी जिलों के हजारों लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं सुगमता से उपलब्ध होंगी.