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UNA द डर्टी पॉलिटिक्स : क्या पंडरिया स्वास्थ्य महकमे को नहीं है सुशासित अधिकारी का सौभाग्य या नेता करेंगे सिर्फ छवि को धूमिल “जनमानस से कैसे जुड़ेगी भावना”

अंततः पंडरिया के विवादास्पद प्रभारी बीएमओ डॉ स्वपनिल तिवारी को हटाया गया

नमस्कार हमारे देव तुल्य पाठकों को हमारा प्रणाम लंबे विराम के बाद एक बार फिर UNA विश्लेषण की कड़ी द डर्टी पॉलिटिक्स में पाठकों का स्वागत है ।

कवर्धा  विवादों के साथ चोली- दामन का सम्बंध रखने वाले पंडरिया के प्रभारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वपनिल तिवारी को अंततः 24 जनवरी को उसके मूल पदस्थापना स्थल पर मूल पद पर पदस्थ कर दिया गया तथा उनके स्थान पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया में पूर्व में रहे प्रभारी बीएमओ डॉ प्रभाकर चन्द्रवंशी को एक बार पुनः प्रभारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी पंडरिया बनाया गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला कबीरधाम के आदेश क्रमांक/स्था. विज्ञप्त/2024/523 कबीरधाम दिनाँक 24 जनवरी 2024 में लिखा है कि डॉ स्वपनिल तिवारी चिकित्सा अधिकारी , प्रभारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया विकासखंड पंडरिया को वर्तमान में धारीत प्रभार से मुक्त करते हुए डॉ प्रभाकर चन्द्रवंशी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरका विकासखंड कवर्धा जिला कबीरधाम को प्रभारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया जिला कबीरधाम का समस्त वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रभार दिया जाता है।

पंडरिया के स्वास्थ्य विभाग में किरकिरी का इतिहास

आए दिनों अखबार की सुर्खियां बटोर चुका और स्थानीय लोगों की चर्चा का विषय बना रहने वाला पंडरिया का स्वास्थ्य विभाग फिर चर्चा में आया है जब यहां के खंड चिकित्सा अधिकारी के प्रभार को बच्चो को खिलौना बाटने की तरह किसी को भी देकर खेला जा रहा है।

अब अगर राजीनीति तौर पर देखा जाए तो बीएमओ पंडरिया का प्रभार पद 2021 -22 उन दिनों चर्चा का विषय बना जब अभी सत्ता बदलने के बाद वर्तमान मे प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बाबू लाल राज जो कि पंडरिया के बीएमओ रह चुके उनको ममता चंद्राकर द्वारा कांग्रेस सरकार के दौरान अचानक से हटा दिया गया और उनकी जगह कांग्रेस नेताओ के करीबी डॉ जितेंद्र वर्मा को बीएमओ का प्रभार दे दिया गया इसके बाद माह अप्रेल 2022 मे जब उच्च शिक्षा प्राप्त करने डॉ वर्मा का जाना हुआ तो कुकर्म का चोला ओढ़े प्रभारी सीएचएमओ डॉ सूजॉय मुखर्जी ने मनमानी करते हुए अप्रैल 2022 में बॉन्ड वाले और ताजा-ताजा एमबीबीएस पास किए हुए अनुभव हीन अधिकारी डॉ प्रभाकर चंद्रवंशी को बीएमओ जैसा गंभीर पद का प्रभार दे दिया गया जिसका परिणाम यह रहा कि बस दो माह में ही प्रभार संभाल न पाने और अस्पताल मे हुई एक युवक की मौत की वजह से जून 2022 में डॉक्टर प्रभाकर चन्द्रवंशी को बीएमओ पद से हटा दिया गया और फिर इसी गलती को दोहराते व्यवस्था ठीक करने के नाम पर जिला चिकित्सालय से कांग्रेस प्रिय और डॉ सुजॉय मुख़र्जी के सरक्षण प्राप्त मेडिकल अधिकारी डॉ स्वप्निल तिवारी को जून 2022 को पंडरिया का प्रभारी बी एम ओ बना दिया गया।

इसके बाद 2022 जून से जो तांडव हुआ वो तो सारा पंडरिया और जिला कबीर धाम जान रहा है।

पंडरिया की नियति मे नहीं है सही प्रशासन

जन समुदाय की हिमायती कहे जाने वाली विधायक भावना बोहरा के शासन काल मे फिर यही गलती दुहराई गई जब फिर से पायलेट प्रोजेक्ट की तरह डॉ प्रभाकर चंद्रवंशी को कवर्धा ब्लॉक के पिपरिया से उठाकर पंडरिया का प्रभार दे दिया गया जबकि डॉ प्रभाकर चन्द्रवंशी के पंडरिया में प्रभारी बीएमओ रहते एक युवक का चिकित्सालय में निधन हो गया था जिस पर अस्पताल के अंदर भारी बवाल मचा था जिसके बाद उक्त चिकित्सक को बीएमओ के पद से हटाया गया था।

आम जन मानस में चर्चा व्याप्त है कि शायद पंडरिया के लोगो की नियति में नही है स्वास्थ्य विभाग में अच्छा प्रशासक पाना तभी दागदार कार्यप्रणाली के नौसिखिया को पंडरिया का कमान पुनः सौप दिया गया।

अब देखना यह होगा कि पंडरिया क्षेत्र के जनता के स्वास्थ्य हित से खिलवाड़ कब तक खेल चलता रहेगा।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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