
नमस्कार
आज हम अपने अगली कड़ी का लेख लिख रहे हैं..
लगता है चुनाव आते आते कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो जाएगी
हम इसलिए कह रहे क्यूंकि 250 से ज्यादा सदस्यों की कार्यकारणी वाले जिला कांग्रेस कमेटी के पास प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करने के लिए 25 कार्यकर्ता तक नहीं है।
गौरतलब है की कुछ दिन पहले हुए बूथ स्तरीय प्रशिक्षण में जिले के ऐसे लोगों को प्रभारी बनाया गया था जिनके स्वयं के वोट कांग्रेस को दिए जाने पर प्रश्न चिन्ह उठता है । ऐसी स्थिति में कांग्रेस के दूसरे नम्बर के नेता राहुल गाँधी से संबंधित मामले में मोदी के विरोध पर कांग्रेस के 25 कार्यकर्ताओ तक का इकट्ठा न होना कहीं कांग्रेस से नाराजगी का संकेत तो नहीं।

मंत्री अकबर तक करते है बीजेपी से आये लोगों की तरफदारी
कवर्धा में ये चर्चा आम है की मंत्री मोहम्मद अकबर से लेकर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि से लेकर अन्य नेताओं पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ये सीधा आरोप रहता है कि वे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करके बीजेपी से आये लोगों और बीजेपी से निर्वाचित लोगों को प्राथमिकता देते है।
कही ये प्राथमिकता आने वाले विधानसभा चुनाव में हवा का रुख न बदल दे । कही ऐसे न हो जाये की नगर पालिका के एक व्यक्ति को खुश करने के चक्कर में कांग्रेस प्रत्याशी 05 साल का वनवास भोगने चले जाएं..
खबरों का विश्लेषण निरंतर जारी है…
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