UNA Vishlesanकबीरधामकिस्सा कुर्सी काचुनावछत्तीसगढ़

UNA विश्लेषण: “अय दोस्त न घूर मुझे इस कदर पछताएगा, मेरी आंखों से संक्रमण तेरी आंखों में उतर आएगा, जरा हिफाजत से चलना मेरे दोस्त, कवर्धा का चुनाव दंगा जरूर करवाएगा! ” भावनाओं की चाह में पंडरिया और कवर्धा में विजय की तैयारी..

नमस्कार

जो कहूंगा, सच कहूंगा सच के अलावा झूठ कहूंगा।

जो कहूंगा वही कहूंगा इसके अलावा कुछ न कहूंगा।

नहीं समझे न, कोई बात नहीं, मैं समझाता हूं…

आज के हेड लाइन में ही हमारे विश्लेषण का सार है इसलिए एक बार फिर से पढ़ें

अब आगे की खबर..

खगांल रहे जन्मतिथियां

भाजपा ने जब से एमपी और छत्तीसगढ़ की 60 प्रत्याशियों वाली सूची जारी की है तब से उम्मीदवार बनने के उम्मीदवार अपनी जन्मतिथियां खंगाल रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे, इसमें जन्मतिथियों को खंगालने जैसी क्या बात हो गई। अरे भई खोजना तो पड़ेंगी न, क्योंकि जारी सूची में एक भी 75 पार नहीं है। ज्यादातर मिड-एज वाले हैं और कुछेक नौजवान भी हैं। छत्तीसगढ़ में तो यंगेस्ट उम्मीदवार की उमर महज 29 साल है। उन्हें खुज्जी से उतारा गया है। उम्रदराज उम्मीदवार रामानुजगंज से ही हैं। कटौती की पैकरा और चंद्रशेखर साहू उदाहरण हैं। जाहिर सी बात है जन्म तारीख चेक कर लेना ठीक है, क्योंकि बुजुर्ग हैं तो रास्ता दिखाइए, रास्ता घेरिये मत।

टिकटों के बाद पीएमओ की नजर

जब से भाजपा ने टिकटें घोषित की हैं तब से रोज पीएम की पॉलीटिकल सेल के लोग पूछते हैं। रोज पूछते हैं। एक स्टेटस रिपोर्ट भी जाती है। माना जा रहा है इसका कारण चुनाव से ज्यादा पहले घोषित टिकटों के कोई साइड-इफैक्ट तो नहीं हो रहे। इतना ही नहीं है, यह सेल स्थानीय अखबारों, टीवी चैनलों पर भी नजर जमाए बैठी है। कहीं कोई विरोध, बगावत सुनाई दिखती है तुरंत संबंधितों के पास फोन आ जाते हैं। ताकीद भी किया जा रहा है, मीडिया तक न पहुंचे ऐसा कीजिए। तब रास्ता निकाला गया है, जहां से जैसे भी कोई बगावत की बात आती है प्रदेश की टीम के कुछ लोगों को इसी जिम्मेदारी में लगाया गया है।

धन्यवाद, नमस्कार, UNA में खबरों का सटीक विश्लेषण निरंतर जारी है..

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