छत्तीसगढ़ में बढ़त कांग्रेस को, पर सरकार भाजपा की
UNITED NEWS OF ASIA. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2 चरणो में 7 नवंबर व 17 नवंबर को संपन्न हो चुके हैं। और 3 दिसंबर को परिणाम आने हैं। चुनाव और मतगणना के बीच काफी अंतराल होने के कारण लोगो में हर जगह नए सरकार को लेकर रोज काफी चर्चाएं हो रही है और काफी कयास लोगो के द्वारा लगाए जा रहे हैं कि आखिर जीत किसकी होगी सरकार किसकी बनेगी ?कांग्रेस समर्थक कांग्रेस के जीत की तो भाजपा समर्थक भाजपा के पक्ष में भाजपा की सरकार बनने की दावे ठोक रहें हैं। पर पूरे मतदान और मतदान के बाद भी वोटर्स के मन की बात कोई पता नहीं लगा पा रहा है इसलिए आम चर्चाओं में भी इस बार दोनो दलों में टक्कर की बात खुल कर सामने आ रही है।
ना ही परिवर्तन का लहर और ना कर्जमाफी का चल पाया जादू।
2018 के विधान सभा के चुनाव में छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ एक जुमला की” 15 साल बहुत होगे, अब बदलबो”। भाजपा की 15 साल के शासन से बोर हो चुके जनता में परिवर्तन की लहर पैदा कर दी। इसी बीच कांग्रेस की घोषणा पत्र में किसानो के कर्जमाफ़ी के घोषणा ने आग में घी का काम किया और परिणाम सामने था कांग्रेस जहां 68 सीट जीतकर बहुमत में आई तो वहीं 3 बार से लगातार सरकार बनाते आ रही है भाजपा मात्र 15 सीटों में ही सिमट कर रह गई।इस अप्रत्याशित हार ने भाजपा में भविष्य के लिए कोई बड़ा चेहरा ही नहीं छोड़ा।
2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से जमकर लोहा लिया। घोषणाओं में जहां धान खरीदी और किसानो का कर्जमाफी तुरुप का पत्ता साबित होती, वही भाजपा ने 3100 में धान खरीदी, एकमुश्त भुगतान और पुराने बोनस का पैसा देने जैसे काट फेक दिए।
घोषणा पत्र जारी करने में दोनो ही पार्टियों ने काफी वक्त लिया और चुनाव के पहले पहले दिन ही घोषणा पत्र जारी किया। क्यों की दोनो ही पार्टियां चाहती थी उनके पत्ते का काट कोई ना खेल सके। पर अंत में भाजपा को ही अपना घोषणा पत्र पहले शो करना पड़ा और हुआ वही भाजपा ने जहां धान की खरीदी 3100 में करने की घोषणा की वहीं कांग्रेस ने बढ़ चढ़कर खरीदी 3200 में करने का काट फेंक दिया। इस बीच भाजपा की महिलाओं के लिए साल में 12000 देने की योजना काफी चर्चा में थी जिससे महिलाएं काफी आकर्षित हो रहीं थी इस बात ने घोषणा पत्र जारी होने जाने के बाद भी कका को महिलाओं को 15000 देने जैसे वादे करने के लिए मजबूर कर दिया।
दोनो ही सरकारों ने गैस सिलेंडरों के दाम 450 व 500 करने की बात कही है पर पूरे छत्तीसगढ़ में इसकी झूठे वायदे होने की चर्चा है क्यों कि केंद्र में मोदी सरकार होने के बावजूद पूरे देश में सिलेंडर 1000 के ऊपर ही बिक रहा है। इस प्रकार दोनो दलों के घोषणा पत्र ने सभी वर्ग लोगो में असमंजस स्थिति निर्मित कर दी।
कांग्रेस को मिल रही बढ़त पर सरकार भाजपा की
छत्तीसगढ़ में 50 से से 55 सीट कांग्रेस को मिलने के अनुमान है इस प्रकार से राज्य में कांग्रेस की सरकार बननी चाहिए परंतु पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में 2018 के चुनावी हश्र व उठा पटक की को राजनीति के चलते छत्तीसगढ़ में भी अंतोगत्वा भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
असंतुष्ट राजा बन सकते हैं किंग मेकर या खुद किंग
ढाई ढाई साल की सरकार बनाने की लालीपॉप चख चुके राजा साहब इस बार किंग मेकर बन सकते हैं और उठा पटक से सरकार बनी तो खुद भी सीएम बन सकते हैं। चूंकि बहुमत तो कांग्रेस की रहेगी पर सरकार भाजपा ही तय करेगी।