UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा ।। पूरे विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ का कबीरधाम जिला एक ऐसा जिला है जिसके परिणाम को लेकर सभी की नजर कवर्धा विधानसभा में टिकी रहती है । क्योंकि यही वह कवर्धा विधानसभा है जिन्होंने 15 वर्षों तक डॉ रमन सिंह को मुख्यमंत्री का ताज पहना कर रखा था । इसके साथ ही डॉ रमन सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद कवर्धा जिले को च
वर्तमान समय में कवर्धा जिले के विधायक मोहम्मद अकबर वन मंत्री के साथ ही अनेक पदों का निर्वाहन कर रहे हैं । अब चुनावी मुद्दों को लेकर बात करें तो वर्ष 2018 में हुए चुनाव में कवर्धा भाजपा से जहां अशोक साहू चुनावी रणभूमि में उतरे हुए थे ।तो कांग्रेस के मोहम्मद अकबर ने 69284 मतों से परास्त कर दिया था । इसके साथ ही पंडरिया विधानसभा भी पीछे नहीं रहा । कांग्रेस की ममता चंद्राकर ने 36487 मतों से भाजपा के मोतीराम चंद्रवंशी को करारी मात दी थी ।
बदलते समय के साथ ही अब कबीरधाम जिले में आप पार्टी और छत्तीसगढ़ जनता जोगी कांग्रेस चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमाने उतरेगी । छत्तीसगढ़ जनता जोगी कांग्रेस पार्टी के द्वारा आमजन से जुड़े मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद करते हुए घेराव सहित नुक्कड़ कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा चुका है । अरविंद केजरीवाल की पार्टी कवर्धा और पंडरिया में पूरे दमखम के साथ आमजन के मुद्दे को उठाकर अपनी आवाज बुलंद कर रहा है ।
कबीरधाम जिले के एक कार्यक्रम में जहां पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का आगमन हुआ था तो उन्होंने मंच से कहा था की मौसम बदल रहा है और अब की बार 75 पार । तो कांग्रेसी वर्ष 2023 के चुनाव को लेकर पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारियों में लगे हुए है । कवर्धा विधायक एवं मंत्री मोहम्मद अकबर लगातार वनांचल क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और आम लोगों के बीच पहुंचकर जन चौपाल के माध्यम से उनकी समस्याओं को सुन वे निराकरण भी कर रहे हैं ।
अर्जुन के तीर से कबीरधाम के रण…पुर में कांग्रेस के 3 दिग्गजों ने भरी 2023 की हुंकार.. कहा भूपेश सरकार में हुए विकासकार्यों से जनता को कांग्रेस में हैं विश्वास, किसानों से लिया भरोसे का विजयमंत्र
इसके साथ ही अब चुनावी बिगुल भी फूका जा चुका है । बुधवार को रणवीर पुर में आयोजित भरोसे का किसान सम्मेलन में जहां मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा था कि जय और वीरू के बाद अब छत्तीसगढ़ में कका बबा की फिल्म सुपर हिट होगी और जनता का प्यार भी इन्हें मिलेगा । उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव ने कहा की 75 पार के साथ ही भरोसा दिलाया की इस बार भी बनने वाले चुनावी घोषणा पत्र में पूरी गारेंटी के साथ कार्य किया जाएगा और इसकी गारंटी भी होगी । कार्यक्रम में जहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।
अब भाजपा में सुगबुगाहट भी देखी जा रही है । दरअसल आने वाले 2023 के चुनाव में भाजपा कवर्धा से दर्जनों की संख्या में प्रत्याशियों की लंबी लाइन लगी हुई है तो कांग्रेस से एक ही नाम निकल कर सामने आ रहा है । जो वर्तमान मंत्री मोहम्मद अकबर का है । राजनीति के तौर पर कहा जाए मोहम्मद अकबर राजनीतिक गुरु से भी कम नहीं है अब ऐसी स्थिति में मोहम्मद अकबर को हरा पाना भाजपा के लिए एक टेढ़ी खीर भी साबित होगी । मोहम्मद अकबर अभी वर्तमान में एक ऐसे मंत्री के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं जो ग्रामों का दौरा तो कर ही रहे हैं ।
साथ में इन्हें ऑनलाइन मोहम्मद अकबर भी ने कहा जा रहा है। तो वहीं भाजपा को चुनावी नैया पार करने के लिए मोहम्मद अकबर के बराबर का प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में उतारना होगा और यह भी तय करना होगा कि किस कार्य क्षेत्र में कौन पूरी दक्षता से कार्य कर सकता है । तब कहीं जाकर भाजपा की नैया पार हो सकती है । नहीं तो भाजपा कहीं पुराने रवैया में रहा तो पंडरिया और कवर्धा का दोनों सीट बचा पाना बड़ी मुश्किल साबित होगा ।
फिलहाल वर्ष 2023 का आने वाला चुनाव है यह बताएगा की जनता किसके सर पर जीत का ताज पहनाती है । लेकिन अभी भी कांग्रेस से जहां मोहम्मद अकबर का टिकट फाइनल माना जा रहा है तो वहीं पंडरिया एक अनार सौ बीमार के तर्ज पर नजर आ रहा है । पंडरिया विधानसभा को बीते 2 विधानसभा चुनाव में जो भी विधायक मिले हैं वे पंडरिया में ना रह कर अपना निवास स्थान कवर्धा ही बना लिए ऐसी स्थिति में पंडरिया के फरियादियों को फरियाद लगाने के लिए किराए या अपने निजी वाहन सुविधा के अनुसार से कवर्धा आना पड़ता है ।
भावनाओं की चाह में पंडरिया का सपना तो कवर्धा में अपनी खुद का सीट न बचा पाने के वाले की राह पर भाजपा को जीत का भरोसा
इस विषय को लेकर पंडरिया के आमजन काफी नाराज भी नजर आ रहे हैं । दरअसल पंडरिया का 80% क्षेत्र वनांचल क्षेत्र में आता है । यहां के बैगा आदिवासी अपनी समस्याओं को रखने लगभग 35 किलोमीटर का सफर कर आज भी कवर्धा आते हैं । ऐसी स्थिति में अंदाजा लगाया जा रहा है कि पंडरिया इस बार स्थानीय विधायक की मांग कर रहा है । फिलहाल टिकट देना तो पार्टी ही तय करता है कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देकर किसे चुनावी रणभूमि में उतारा जाए ।
खैर जो भी हो अब वर्तमान में भाजपा ,कांग्रेस ,छत्तीसगढ़ जोगी जनता कांग्रेस ,अरविंद केजरीवाल की पार्टी इन सभी से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में होंगे और जनता अब किसे जीत का ताज पहनाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।।