
रूस की फ़ाइल (फ़ाइल)
नई दिल्ली। यूक्रेन के चार क्षेत्रों डोनेत्स्क, लुहांस्क और खेरसॉन व जापोरिजिया को रूस में मिलाए जाने का ऐलान करने के बाद पिछले साल इसे अपने व्यवसाय में ले लिया, लेकिन धीरे-धीरे जापानी सेना फिर से इन क्षेत्रों में रूसी राष्ट्रपति छायादार रेफ्रेंडम के बाद लगभग नियंत्रण स्थापित कर लिया गया था। मगर अब यूक्रेन के इन पूर्वी इलाकों में रूस की सेना फिर से कब्जा करने लगी है। इससे यूक्रेन के ये आसपास के क्षेत्रों पर खतरा मंडराने लगा है। धीरे-धीरे रूस की सेना पूर्वी क्षेत्र में नियंत्रण स्थापित करने जा रही है। हालांकि जापानी सेना से उसे कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है।
यूक्रेन में करीब साल भर से रूस का आक्रमण जारी रहने के बावजूद रूसी सेना अब भी इसके पूर्वी हिस्से की रक्षा पंक्ति को भेदने के लिए जद्दोजहद कर रही है। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन के कब्जे वाले पूर्वी क्षेत्रों में महीनों से रूसी तोपखाने, ड्रोन और मिसाइलें लगातार बमबारी कर रहे हैं। रात का मौसम रहने के कारण संघर्ष धीमा हो गया था। हालांकि, अधिकारियों और दस्तावेजों का मानना है कि लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ पिछले साल सितंबर में पूर्वी दोनेत्स्क, खेरसॉन, लुहांस्क और जापोरिज्जिया को सुरक्षित करने का प्रयास कर रहा है।
2014 से डोनेत्स्क और लुहांस्क वनवासियों का नियंत्रण है
डोनेत्स्क और लुहांस्क प्रांत 2014 से रूस समर्थक अल्पसंख्यकवादियों का नियंत्रण है। दोनों देशों के संघर्ष के बीच यूक्रेनी रेड क्रॉस के कार्यकर्ता डोनेत्स्क में प्रभावित से पीड़ित मानवतावादी सहायता संगठन ‘डॉक्टर बिना सीमाओं के’ द्वारा चलाए जा रहे हैं मेडिकल ट्रेन में लेकर जा रहे हैं। ये यात्रियों को यूक्रेन के सुरक्षित क्षेत्र में सूचित करते हैं। इस बीच नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि यूक्रेन के साथियों द्वारा कराये जा गोला रहे- डायनामाइट का बहुत तेजी से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लड़ाई, दोनों तरफ के धीमे-धीमे दुकानदार खत्म हो रहे हैं।
एक अमेरिकी ‘थिंक टैंक’ ने कहा है कि यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में स्थित शहर बखमुत को कीव द्वारा लगातार सुरक्षित रखा जा रहा है, जबकि यह पूर्वी क्षेत्र महीनों से रूस के सैन्य अभियान का एक मुख्य फोकस रहा है। इस बीच, एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के एक नए सर्वेक्षण के अनुसार यूक्रेन को हथियार और सीधे आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए अमेरिकी जनता के बीच समर्थन कम हो गया है। सर्वेक्षण में शामिल सबसे अधिक 48 प्रतिशत लोग अमेरिका द्वारा यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के पक्ष में हैं, जबकि पिछले साल मई में यह 60 प्रतिशत पात्र था।
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