एमपी समाचार: मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी उज्जैन में रविवार (28 मई) को तूफान तूफान की वजह से महाकाल लोक में सप्त ऋषि की 6 प्रतिमाएं हर रोज हो गई हैं। इस घटना के बाद अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। महाकाल लोक को कुछ समय के लिए भक्तों के लिए बंद कर दिया गया। इसके बाद एक बार फिर जब महाकाल लोगों को शुरू किया गया तो भक्तों की संख्या में थोड़ी कमी देखने को मिली।
रविवार को उज्जैन में तूफान तूफान की वजह से महाकाल लोक में शिव स्तंभ के आसपास बने सप्त ऋषि की 6 प्रतिमा अपने स्थान से गिरकर हर बार हो गई। इस घटना के बाद महाकाल में जनता के भक्तों के बीच अफ्रा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि कुछ देर के लिए महाकाल लोगों को आम कर्मचारियों के लिए बंद कर दिया गया। इसके बाद सभी प्रतिमाओं को हटाने के बाद महाकाल लोक को फिर एक बात शुरू की गई।
बंधनों में कमी दिखाते हैं
सोमवार होने के बावजूद आज महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना के तहत बनाए गए महाकाल लोगों में श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी देखने को मिली। इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। कांग्रेस की सबसे बड़ी टीम मंगलवार को पहुंचती है। पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा के दृष्टिकोण के अनुसार सभी महाकाल लोग भ्रमण करेंगे और नियामकों का परीक्षण भी करेंगे। इस पूरे मामले में पूर्व दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर घूस के आरोप भी लगने लगे हैं।
शिव भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं
भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए उज्जैन पहुंच प्रभात निवासी कविता सिंह ने बताया कि सोमवार (29 मई) को गर्मी अधिक होने की वजह से देनदारों की भीड़ में थोड़ी कमी देखने को मिल रही है, लेकिन शिव भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं है . करण निवासी प्रताप सिंह के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर समिति को आने वाले समय में निर्माण कार्यों को लेकर और भी बढ़ाने के निर्देश देना चाहिए। महाकाल के लोगों में बड़ी संख्या में भक्त हैं, ऐसी स्थिति में छोटी सी जैसी बड़ी घटना का कारण बन सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर 2022 को महाकाल का लोकार्पण हुआ था। पूर्व मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार महाकाल लोक को विकास के मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हुए आगामी चुनाव में जनता के बीच पहुंच रही है। महाकाल लोक के निर्माण के बाद अब सलकनपुर सहित अन्य धार्मिक स्थानों पर विस्तारीकरण योजनाओं के नाम भी महाकाल के लोगों के प्रयोग पर ही रखे जा रहे हैं। ऐसे में रविवार को ही घटना को लेकर सरकार भी मॉनिटरिंग कर रही है।
लोकायुक्त में अटकी हुई है शिकायत
उज्जैन के कांग्रेस विधायक महेश परमार ने लोकायुक्त शिकायत करते हुए महाकाल लोक के निर्माण के भ्रष्टाचार का मामला भी उठाया था। इस मामले में जांच को लेकर कुछ अधिकारी समेत एक से ज्यादा लोगों को नोटिस जारी किए गए थे। अब कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दों पर आगामी विधानसभा चुनाव में जनता के बीच आवाज बुलंद करने की कोशिशों में जुट गई है।
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