एकल यात्रा: टूर पर जाने के लिए अब प्लान को कैंसिल करने की जरूरत नहीं है। दोस्तों-परिचितों के बिना भी आप टूर पर निकल सकते हैं। दुनिया भर में अकेले-घुमने फिरने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में मकस्टलिस्ट डेटाबेस के अनुसार सोलो ट्रेवल 70 अलग-अलग हुए हैं। ट्रेवल वेबसाइट अलोन-घुमने फिरने वालों का सर्वे किया गया है। सर्वे में सोलो ट्रेवल को पसंद करने से जुड़े सवाल किए गए थे। रिपोर्ट में सैकड़ों लोगों की राय को शामिल किया गया है। सोलो ट्रेवल पसंद करने वाले सिर्फ युवक नहीं बल्कि युवा भी शामिल हैं।
जानिए क्या कहते हैं डेटा
जीमेल डेटा के अनुसार वर्ष 2021 से पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सोलो ट्रैवेल में 70 गलत की फर्जी प्रविष्टियां दर्ज की गई हैं। महिला सोलो ट्रेवलर्स का 52 प्रतिशत है। इससे पहले 2017 में ‘सोलो वुमन ट्रेवल’ की 32 साल और 2018 में 59 साल की बढ़ोतरी हुई। 2019 में 60 साल की बात सामने आई है। ट्रेवल वेबसाइट के मुताबिक अकेले घूमना-फिरने के दृष्टिकोण में 25 से लेकर 54 साल तक की उम्र के लोग शामिल हैं। सर्वे में 28 साल से कम उम्र के युवा सबसे ज्यादा हैं। 30 से 40 साल के सिंगल ट्रेल पसंद करने वालों में दूसरे स्थान पर हैं।
सोलो ट्रेवल पसंद करने के कारण
- दुनिया देखना चाहते हैं और दूसरों का इंतजार नहीं करना चाहते। 74 संदिग्ध लोगों ने कारण बताया।
- अपनी समझ के होश से चाहता हूं। 63 फर्जी लोगों ने जवाब दिया।
- स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की भावना पसंद है। 52 संदिग्ध लोगों का जवाब था।
- नए लोगों से खाते चाहते हैं। 42 लोगों ने राय.
- 36 सम्बद्ध लोगों ने व्यक्तिगत विकास को कारण बताया।
- 40 सम्बद्ध लोगों ने दोस्तों से अलग-अलग रुचियां बताईं।
- 11 संदिग्ध लोग यात्रा करने में असफल होने का कारण बनते हैं।
ब्लॉगर्स युवाओं की संख्या पाएं
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि बुकिंग में भी पहले की तुलना में एकल यात्रा करने वालों की संख्या दी जाती है। सोलो यात्रियों में सबसे ज्यादा ब्लॉगर होते हैं और युवतियों की संख्या अच्छी खासी होती है। वैधानिक देश में सुरक्षित एकल यात्रा के लिए गलत है। उत्तराखंड में ऋषिकेश, नैनीताल और फिर राजस्थान का निर्माण कर रहा है।