इलेक्ट्रिक वाहन आग का कारण: इलेक्ट्रिक सीढी़ की बैटरी ज्यादा गर्म होने के कारण आग लगने की वजह से देश में कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जयपुर में भारतीय कौशल विकास विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर दीपक सिंह ने उपकरण बनाया है। उनका दावा है कि ई-वाहनों की बैटरी अब आग नहीं लगेगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रिज्म के तहत टैप आउटरीच एवं कलस्टर इनोवेशन सेंटर में इनोवेशन के लिए फाइल किया जा सकता है। इनोवेटर को अलग-अलग स्तरों पर केंद्र से सरकार को बजट की सहायता मिलती है।
इनोवेशन पर सेंटर सरकार से मिला 5 लाख का फंड
राजस्थान के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक केंद्र है। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे सेंटर पर इनोवेटर इनोवेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। जयपुर निवासी दीपक सिंह ने इनोवेशन के लिए आवेदन किया था। सेंटर सरकार से शुरुआत में 5 लाख रुपए का फंड मिला है। स्नातक के महाराणा प्रताप कृषि एंव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे केंद्र समन्वयक नव जैन ने बताया कि दीपक सिंह ने नवाचार के लिए आवेदन किया था।
वाहन इलेक्ट्रिक की बैटरी में आग लगने से लग रही है!
उन्होंने एक एनक्लोजर बनाया है। अभी के एनक्लोजर लोहे या अन्य सामग्री के हैं। दीपक सिंह का दावा है कि एनक्लोजर की बैटरी गर्म नहीं होने देगी। बैटरी गर्म नहीं होने पर आग भी नहीं लगेगी और सेवा भी विशेष। उन्होंने एनक्लोजर का पेटेंट फाइल कर दिया है और अब चल रहे रूप में शुरू कर रहे हैं। ई-व्हीकल में लियोन आयन बैटरी होती है। ज्यादा गर्म होने पर बैटरी में आग लगने की घटनाएं होती हैं। दीपक सिंह का बनाया एनक्लोजर आग से बचाव का दावा करता है। पेट्रोलडीजल महत्वपूर्ण से धुएँ के वातावरण को विषैला बनाता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए ई-वाहन को अपना रहे हैं।
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