पुलिस ने बताया कि दो दिन बाद यानी 12 मार्च को आनंद का छोटा भाई आदित्य अपने चचेरे भाई चंदन (24) के साथ शौच के लिए उसी जंगल में गया था, लेकिन आवारा कुत्तों के हमलों में आदित्य बुरी तरह घायल हो गए। उन्होंने बताया कि आदित्य को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया।
नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बसंत कुंज इलाके में आवारा कुत्तों ने दो भाइयों की जान ले ली। घटना के बाद से ही इलाके में लोगों के बीच आतंकवाद का माहौल बन गया है। ये घटना 12 मार्च की है जब घूमते हुए आवारा कुत्तों के हमलों के संदिग्ध मामलों में दो नाबालिग भाइयों की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि मृत की पहचान आनंद (सात) और आदित्य (पांच) के रूप में ली गई है। ये दोनों भाई सिंधी स्थिति में एक झुग्गी-बस्ती इलाके में अपने माता-पिता के साथ रहते थे। पुलिस ने कहा कि 10 मार्च को अपराहन करीब तीन बजे आनंद के लापता होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद वसंत कुंज (दक्षिण) के थाना चार्ज ने एक पुलिस दल और बच्चे के परिवार के साथ मिलकर उसकी तलाश शुरू की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि झुग्गी स्थिति से सटे जंगल में दो घंटे की तलाश के बाद एक सुनसान जगह पर एक दीवार के पास बच्चे का शव मिला।
अधिकारियों ने कहा कि बच्चे के शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं जो किसी जानवर के काटने जैसे थे। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज करके शव को फोटो के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि दो दिन बाद यानी 12 मार्च को आनंद का छोटा भाई आदित्य अपने चचेरे भाई चंदन (24) के साथ शौच के लिए उसी जंगल में गया था, लेकिन आवारा कुत्तों के हमलों में आदित्य बुरी तरह घायल हो गए। उन्होंने बताया कि आदित्य को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कुत्तों को पकड़ने के लिए तैयारी शुरू हो गई है
इस घटना के सामने आने के बाद निगम के कर्मचारी भी दावा करते हुए चार से पांच दावे लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। इस इलाके से आवारा कुत्तों को पकड़ने की कवायद भी तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस ने सिंधी कैंप इलाके में स्थित जंगल में भी जांच पड़ताल जारी की है। इस घटना के बाद ही निगम ने तेजी से कुत्तों को पकड़ने के लिए कार्रवाई तेज की है।