तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप ने हजारों लोगों को जान ले ली। 7.8 की तीव्रता के भूकंप के बाद लगातार झटकों ने तुर्की और सीरिया के शहरों को मलबे में समेट दिया। इस आपदा में करीब 8 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। उसी मृत का पात्र अभी और बढ़ने का अंदेशा है। इसी बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि भूकंप टेक्निकल प्लेट को करीब तीन मीटर तक खिसका दिया। सोमवार को भूकंप का केंद्र तुर्की के गाजियांटेप शहर के करीब करीब 17.9 किलोमीटर की गहराई में था। इस शहर में करीब 20 लाख लोग रहते हैं।
अरेबियन टेक्टोनिक प्लेट के बनने से भूकंप आया
भूकंप का अध्ययन करने वाले अनुमान ने बताया अरेबियन टेक्निकल प्लेट के उत्तर की ओर खिसकने के कारण यह प्रलयकारी भूकंप आया। तुर्की भूकंप के प्रति संवेदनशील है क्योंकि यह एक ऐसी प्रमुख फॉल्टलाइन पर स्थित है जो एनाटोलियन प्लेट, अरेबियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट से ब्रांडेड है। वैज्ञानिकों के अनुसार एनाटोलियन प्लेट और अरेबियन प्लेट के बीच फॉल्ट का लगभग 225 किमी का हिस्सा लगभग हो गया है। इटली के भूकंपविज्ञानी डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी का कहना है कि उन्होंने कहा कि अरबी प्लेट उत्तर-पूर्व-दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगभग तीन मीटर है। तक खिसक गया। भूकंप के बाद तुर्की ‘सीरिया की तुलना में पांच से छह मीटर’ तक पहुंच सकता था। हालांकि उन्होंने कहा कि यह शुरुआती डेटा के आधार पर कहा जा रहा है कि कुछ दिनों में और ज्यादा जानकारी मिल जाएगी।
मरने की संख्या बढ़ने की आशंका
उद्र,विनाशकारी भूकंप और उसके बाद के झटकों के कारण धराशायी हुई इमारतों से और शवों के बरामद होने से मृत का पात्र पर करीब 8 हजार के पार चला गया। भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका अभी है। हजारों लैंडिंग में बचने को लोग ढूंढने के लिए बचावकर्मी काम में लगे हैं। दुनिया भर के देशों ने बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए टीम कमजोर होती है। तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि 24,400 से अधिक आपातकालीन कर्मचारी मौजूद हैं। लेकिन सोमवार के भीषण भूकंप से बड़े पैमाने पर भू-भाग प्रभावित हुए और अकेले तुर्किये में ही लगभग 6,000 मकानों के अधिग्रहण की पुष्टि के साथ उनके प्रयास बहुत कम साबित हुए हैं।
मलबे से 8,000 से ज्यादा लोगों को निकाल दिया गया
तुर्की के उपराष्ट्रपति फुत ने ओकते ने कहा कि अकेले तुर्की में ही इमारत की छत से 8,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है और करीब 3,80,000 लोगों ने सरकारी आश्रय स्थलों या भटकने में शरण ली है। आपदा में बचे रहने वाले लोगों तक पहुंचने के प्रयास में शून्य से नीचे का तापमान और करीब 200 की संख्या में आने के बाद भूकंप के संकेत भी बाधा बन रहे हैं, इससे स्थिर ढांचों के भीतर लोगों को काफी खतरा हो गया है।
कई जगह बचाव दल का इंतजार है
अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के केंद्र के दक्षिण पूर्व में स्थित हते में करीब 1500 इमारतें जमींदोज हो गईं और कई लोगों ने अपने परिजनों के साथ बंध जाने और किसी बचाव दल या मदद के पहुंचने की शिकायत की है। तुर्की के दक्षिण-पूर्वी प्रांत कहमनमारस में केंद्रित भूकंप ने दमिश्क और बेरूत के निवासियों को सड़क पर गिरने के लिए मजबूर कर दिया। सीरिया में ‘बिना सीमाओं के डॉक्टर’ के मिशन के प्रमुख सेबस्टियन गे ने कहा कि उत्तरी सीरिया में चिकित्साकर्मी जी जान से जुटे हैं जो भारी संख्या में घायलों के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। तुर्की के हते प्रांत में हजारों लोगों ने मैदान में या मेला हॉल में शरण ली, जबकि अन्य लोगों ने बाहर रात बिताई और अलाव का सहयोग लिया।
इस्कंदर बंदरगाह के एक इलाके से काला घना धुआं उठ रहा है, जहां दमकल कर्मचारी अभी तक भागने में सफल नहीं हुए हैं। यह आग भूकंप के कारण पलटे मालवाहक कंटेनर (शिपिंग कंटेनर) में लगी थी। अधिकारियों को आशंका है कि सोमवार को भूकंप आएगा और इसके बाद झटकों से जान जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि मंगलवार को भी बाढ़ में डूबे लोगों की तलाशी में जुटे हैं। कम तापमान और भूकंप के बाद के करीब के संकेत महसूस होने लगे हैं क्योंकि बचाव कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रत्यय-एजेंसी
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