मौसम संबंधी मैटर की लोकप्रियता काफी अधिक है। यह बच्चों से लेकर बड़ों का मनपसंदीदा होता है। उसी समय लोग इसे अलग-अलग तरीके से अपनी डाइट में शामिल करते हैं। हालांकि, बाजार में मैटर साल भर होता है लेकिन यह जम जाता है और इसमें प्रिजर्वेटिव मिल जाता है क्योंकि इसके पोषक तत्वों की गुणवत्ता न कहीं कम हो जाती है। ऐसे में इसके फायदों के लुफ्त उठाने के लिए इस सर्दियों के वर्कआउट मैट को अपने डाइट में जरूर शामिल करें। आवश्यक पोषक तत्वों से भरूर मैट के छोटे दाने ब्लड प्रेशर से लेकर झीलें और दिल की सेहत के लिए भी काफी हद तक लाभकारी होते हैं। इसकी सबसे खास बात है कि इस हरी सब्जी के बच्चे के भी काफी चाव से फायदे हैं।
तो इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए और मटर के इस सीजन में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं मटर की दो आसान और लाजबाब रेसिपी। आप मटर को सब्जी एवं करी बनाने में जरूर इस्तेमाल करेंगे लेकिन आज हम मटर से कुछ नया बनाएंगे। तो ज़रा जानिए किस तरह तैयार करते हैं मैटर से बनी यह 2 हेल्दी रेसिपी (हरी मटर की रेसिपी)।
यहां जाने शाम के नाश्ते के लिए किस तरह तैयार करना है चटपटा मटर
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए (4 लोगो के लिए)
मैक्सिमा हरे मटर – 300 ग्राम
घी – 3 चम्मच
हरी मिर्च – 2 (मादक कटी हुई)
पुदीना के पत्ते – 20 से 25 (वैकल्पिक कटी हुई)
आमचूर पाउडर – 1 चम्मच
रोस्टेड जीरा पाउडर – 1 चम्मच
अदरक का पेस्ट – 1 चम्मच
लहसुन की कलियां – 8 से 10
काली मिर्च (दरदरी पिसी हुई)
नमक (स्वादानुसार)
चीनी – 1/4 चम्मच
नींबू का रस – 2 चम्मच
इस तरह तैयार करें
सबसे पहले पैन के माध्यम से आंच गर्म होने के लिए चढ़ा दें। फिर इसमें घी डालें।
घी गर्म हो जाने पर अदरक का पेस्ट, हरी मिर्च और लहसुन की कलियाँ 1 मिनट तक अच्छी तरह भुने।
फिर पैन में हरे मटर को डाल दें और 3 से 4 मिनट तक भुने।
अब काली मिर्च, स्वादानुसार नमक और चीनी डालकर 2 मिनट तक भुने।
फिर गैस की आंच धीमी कर दें और इसमें आमचूर पाउडर, रोस्टेड जीरा पाउडर डालें और सभी को साथ में 1 मिनट तक भुने।
अब गैस बंद कर दें, नींबू का रस और पुदीना की सूचियां अच्छी तरह से लें। फिर ऊपर से पुदीना की सनक से गार्निश करें और गर्मागर्म सर्व करें।
स्वाद और भरपूर तत्वों से जुड़ेंगे तो आपकी शाम को हेल्दी और एनर्जेटिक बना देंगे।
यहां है हरे मटर के रायते की लाजवाब रेसिपी
इसे तैयार करने के लिए आपको चाहिए (4 लोगो के लिए)
मैक्सिमा हरे मटर – 250 ग्राम
दही – 2 कप
धनिया के पत्ते – 4 चम्मच (वैकल्पिक कटी हुई)
कला नमक – स्वादानुसार
हरी मिर्च – 2 (वैकल्पिक कटी हुई)
काली मिर्च (दरदरी पीसी हुई)
रोस्टेड जीरा पाउडर
जीरा
घिसना
इस तरह तैयार करें
सबसे पहले हरे माता को उल्लेख लें और इसे ठंडा होने के लिए रखें।
अब दही में बूढ़े होते हरे मैट, धनिया के पत्ते, रोस्टेड जीरा पाउडर और नमक के संबंध सभी अच्छी तरह से काम करते हैं।
अब एक पैन में जरा सी घिसाकर उसे गर्म करें। अब घी में जीरा, हरी मिर्च, काली मिर्च पाउडर डालें और 15 सेकंड बाद इसे दही के मिश्रण में डालें।
इसे पुलाव रोटी बिरयानी और अलग-अलग तरह से विभाजित करने के साथ सर्व कर सकते हैं।
यहां जाने क्यों है खास मैटर
नेशनल लिबररी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक के अनुसार हरे मटर में विटामिन डी, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन बी 6, राइबोफ्लेविन आदि की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। वहीं यह एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और शरीर के लिए काफी अधिक लाभ होता है (हरी मटर के फायदे)। न्यूट्रिशन डेटा के अनुसार हरे मैटर में कई महत्वपूर्ण शिलालेख और विटामिन पाए जाते हैं। वहीं यह आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, सोडियम, कॉपर, सेलेनियम, फ्लोराइड और जिंक का भी एक बेहतरीन स्रोत है।
स्वास्थ्य के लिए चमत्कार हैं मैटर के छोटे दाने
प्रकाशित डेटा को लेकर पब मेड सेंट्रल मैटा को लेकर मैट में ग्लाइसेमिक गठजोड़ बहुत कम होता है, ऐसे में यह ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखते हुए आपतित हो सकता है। इसके साथ ही इसमें फाइबर और प्रोटीन मौजूद होता है, जो शाकाहारी लोगों के लिए जरूरी है। साथ ही मैटा में मौजूद फाइबर पाचन संबंधी समस्या में शामिल होता है। शरीर में फाइबर की पर्याप्त मात्रा में आंतों में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है जिसके कारण पेट गंभीर और स्वस्थ रहता है।
हरे माता की आंखों की रोशनी को लंबे समय तक बनाए रखें। वहीं इसमें कैरोटेनोइड्स और ल्यूटिन मौजूद होते हैं, यह बढ़ती उम्र के साथ होने वाले मस्कुर डिग्रेडेशन और कमजोर दृष्टि की पहुंच को कम कर देते हैं। इसी के साथ हरे मटर में मौजूद पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम दिल से जुडी समस्या में काफी प्रभावशाली होते हैं। वहीं एंटीऑक्सीडेंट हृदय को पूर्ति करता है और स्वस्थ रहने में मदद करता है।
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