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तुर्की में बर्फबारी से बढ़ी मुसीबत सीरिया के हालात और बिगड़े भूकंप के बाद अब तक 13000 लोगों की मौत – International News in Hindi

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भूकंप: तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों का कटोरा 13 हजार के पार हो गया है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप ताइप एर्दोगन ने बुधवार को भूंकप प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। वह भूकंप का केंद्र हैं और पजारसिक शहर और हटे प्रांत पहुंचे हैं और नुक्सान वरोध कार्यों का जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार आ रहा है और राहत व बचाव कार्य भी तेजी से हो रहे हैं।

तुर्की और सीरिया में रात भर बचाव दलों ने काम किया, बड़ी संख्या में इमारतों से मलबे पर चढ़कर विनाशकारी भूकंप और शवों को निकाला। तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 8500 हो गई है। उद्र के सीरिया स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीरिया के कब्जे वाले सरकारी क्षेत्र में अब तक 1250 लोगों की मरने की पुष्टि की और बताया कि 2054 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सफेद हेलमेट के रूप में जाने वाले स्वयंसेवकों के समूह के अनुसार, उत्तर-पश्चिम में रिबेल के कब्जे वाले कम से कम 1,280 लोग मारे गए हैं और 2,600 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

60 हजार से अधिक कर्मियों को काम पर
तुर्की में भूकंप प्रभावित क्षेत्र में देश-विदेश के 60 हजार से ज्यादा बचावकर्मी दिन-रात काम कर रहे हैं। लेकिन आपदा इतनी व्यापक है कि मदद की प्रतीक्षा कर रहे लोग चौकियों तक मुश्किल हो रहे हैं।

मलबे में फंसी लोगों के लिए बनी मुसीबत
तुर्की में अचानक शुरू हुआ भारी प्रशासन जहां अभियान के अभियान को धीमा कर रहा है, वहीं इससे सबसे ज्यादा परेशानी बोझ में बोझिल लोगों को हो रही है। अब भी मलबे में फंसे लोग ऐसे लोग हैं जो जीवित तो हैं, लेकिन पहुंचने में मदद नहीं करते। कपड़े पर तेजी से जमी बर्फ इन लोगों को ठंड और ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्या पैदा हो रही है। तुर्की के आरोपणमारस से बचाव अधिकारियों ने तीन साल के आरिफ को आवंटन किया, जो अपार्टमेंट की इमारत में दबा था। रेस्क्राइबर्स ने उसे बर्फीले तापमान से बचाने के लिए अपने शरीर को कंबल से ढका और सावधानी से मलबा हटा दिया।

गम के माहौल के बीच खुशी के पल
अदियामन शहर में जब बचावकर्मी करीब 40 घंटे की मशक्कत के बाद जब दस साल के बैतूल एडिस को सही सलामत फैलाते हैं तो मौके पर मौजूद लोग तालियां बजाकर फैलाते हुए हौसला सींकते हैं। बैतूल के दादा ने उसके माथे को चूमा और उसे अस्पताल भिजवाया।

सीरिया में स्थिति बद्तर
सीरिया में भूकंप के झटकों के कारण हजारों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। 12 साल से चल रहे गृहयुद्ध और संघर्ष के कारण ये देश अलग हो गया है। यहां के कई शहरों और कस्बों में भारी तबाही हुई है। मलबे के ढेर से मदद के लिए चीखने चिल्लाने की आवाज अब शांत होने लगी है। मदद का इंतजार कर रहे लोग निराश हो जाते हैं। सीरिया दो क्षेत्रों में बंटा हुआ है, एक क्षेत्र पर सरकार तो दूसरे पर दबाव का कब्जा है। यहां उपस्थिति का प्रमाणपत्र बढ़ सकता है।

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