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त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान सरकार साख के संकट का प्रतीक बन रही है

सुधांशु त्रिवेदी

प्रतिरूप फोटो

गूगल क्रिएटिव कॉमन्स

त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा, चाहे कृषि ऋण माफ करना हो, बेरोजगारी रोजगार देना हो या काम का माहौल बनाना हो, सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया।

बीजेपी के सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर धब्बे साधते हुए कहा कि यह सरकार की विश्वसनीयता के संकट का प्रतीक हो रही है। त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा, चाहे कृषि ऋण माफ करना हो, बेरोजगारी रोजगार देना हो या काम का माहौल बनाना हो, सरकार ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने अपनी बातचीत में कहा, राजस्थान सरकार की साख के संकट का प्रतीक बन रहा है। चाहे किसानों का कर्जमाफी का वादा हो, बेरोजगारों का हो या फिर शांति स्थापित करने का … उन्होंने अपने बारे में नहीं किया।”

उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने साखता के संकट का सबसे बड़ा उदाहरण दिया है, जिसने 2019 के चुनाव के घोषणा पत्र में कहा था कि देशद्रोह के कानून को समाप्त कर देंगे क्योंकि इसके नियम लागू होते हैं। उन्होंने कहा, लेकिन राज्य सरकार ने अपनी ही पसंद एवं मंत्रियों के खिलाफ इसे लगा दिया। उन्होंने कहा, पर्यटन, शांति और समृद्धि के लिए विख्यात राजस्थान के चार साल के कांग्रेस शासन में बदहाली, अराजकता, खतरनाक कट्टरता का स्थान दिखाई दे रहा है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने नौकरी की उम्मीद कर रहे युवाओं को एक के बाद एक पेपर लीक प्रकरण दिया। बीजेपी नेता ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था कभी इतनी बड़ी चुनौती नहीं थी जितनी इस सरकार के कार्यकाल में हुई है। उन्होंने सरकार पर कट्टरपंथी ताकतों को पराश्रय दिया और उनके हौसला बढ़ाने के आरोप लगाते हुए कहा, ”प्रतिबंधित PFI को रैली निकालने की अनुमति दी गई और सिर कलम करने की घटना भी हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा की जन रैली ने लगभग 28 विधानसभा क्षेत्रों को कवर कर लिया है और 10 जनवरी तक सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर कर लिया गया है।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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