दिल्ली का कहे जाने वाले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) को विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप बनाने की दिशा में काम कर रहा है। अप्रैल के अंत तक नेशनल हाईवे डिटेक्शन ऑफ इंडिया (एनएच सीसी) ने सीलिंग का निर्माण किया और सभी छह जगहों पर यात्रियों को खोलने का निर्देश दिया।
शुरुआत में दो-दो एड्रेस पॉइंट होंगे : मई के पहले सप्ताह में 135 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे पर पेट्रोल पंप, शौचालय, प्रियां, होटल, रेस्तरां और ढाबे आदि सुविधा मिलने की उम्मीद है। वहीं, सभी पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक महत्वपूर्ण के लिए वाईफाई स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं। शुरुआत में प्रत्येक स्थान पर दो-दो प्रमाणीकरण बिंदु होंगे, एक निश्चित संख्या की आवश्यकता के अनुसार आवर्धन होगा।
एनएचआई अधिकारियों के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर लोगों को आरामदायक यात्रा सभी का उद्देश्य है। न्यायिक हाईवे लिमिटेड एक जर्मन एजेंसी के साथ इस पर काम कर रही है। कुछ माह में पूरे एक्सप्रेसवे पर बड़ा बदलाव मिलेगा। एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले लोगों के लिए खान-पान की बेहतर व्यवस्था होगी और पर्याप्त के लिए ईंधन का विकल्प होगा। इन असुविधाओं के लिए एक्सप्रेसवे के किनारे सुविधा केंद्र प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करेगा कि कार में पंचर होने पर भी उसे लगाने की सुविधा दी जाए। हर गैस स्टेशन पर एक मैकेनिक रहेगा।
अभी पूरे एक्सप्रेस पर तीन पेट्रोल पंप चल रहे हैं। तीन अन्य पेट्रोल पंप लगभग तैयार हो चुके हैं, जिन्हें अप्रैल के मध्य तक शुरू किया जा सकता है। होटल-ढाबे और रेस्तरां के लिए भवन निर्माण का काम चल रहा है, जिसे अप्रैल के अंत तक बनाए जाने को पूरा करने के लिए कहा गया है। छिपे स्थानों पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा होगी। बच्चों के खेलने के लिए एक पार्क भी बनाया जाएगा।
साइन बोर्ड भी बढ़ाने का फैसला : महत्वपूर्ण की संख्या बढ़ने के साथ ही एक्सप्रेसवे पर सड़क सुरक्षा की गारंटी को भी पूरा करने के लिए साइन बोर्ड बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अन्य अतिरिक्त साइन बोर्ड सहित दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसे लेकर कुछ जगहों की भी पहचान की गई है। इसके साथ ही एक्सप्रेस पर लगी लाइटों को भी पूरी तरह से ठीक रखने का निर्देश दिया गया है।
अनुमान है कि शिपमेंट वाले से दो साल में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर 50 से 70 हजार पीसीयू का दबाव बढ़ेगा। इसलिए जन सुविधाओं का विस्तार किया जाना जरूरी है।
एक्सप्रेसवे पर क्या-क्या होगा
3 नए गैस स्टेशन जल्द खुलेंगे
6 जगहों पर होटल और रेस्टोरेंट बनाए जा सकते हैं
हर पेट्रोल पंप पर दो-दो वाईफाई पॉइंट होंगे
काफी संख्या में प्रमाणीकरण बिंदु बढ़ेंगे
मेरठ-एक्सप्रेसवे पर भी तैयारी
ईस्टर्न के साथ ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी भोजपुर टोल प्लाजा से पहले जनसुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। गैस स्टेशन चालू हो गए हैं। इसके साथ ही होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट की बिल्डिंग भी तैयार है। कुछ अवधियाँ भी खुलनी शुरू हो गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल के अंत तक यहां सभी निर्धारित जन सुविधाओं का लाभ यात्री उठा लें। आज्ञाकारी स्थिति में लोगों को एयर एंबुलेंस की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। यहां वाईफाई स्टेशन बनाया जा रहा है।
तीन एक्सप्रेस से जुड़ेगा
एनएचआई के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में पूर्वी के ऊपर गंभीर दबाव बढ़ जाता है। क्योंकि मार्च 2024 तक दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इसी बीच एक साल में यमुना एक्सप्रेसवे को भी जोड़ा गया है। उसके बाद जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए छह किलोमीटर लंबी लेन की सड़क (एक्सप्रेसवे) बनाई जा रही है जो ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को भी जोड़ेगी।
हर 25 किलोमीटर पर शौचालय
एनएचआई के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर हर 25 किलोमीटर की दूरी पर सुलभ शौचालय होगा। पास में ही चाय और नाश्ते के लिए लिटिल कैंटीन खोलने की योजना है। इसके लिए अलग से भाव भंगिमा भेजी गई है, जिसे आगंतुक मिलने का इंतजार कर रहा है। एनएचआई चाहता है कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर प्रतिदिन लगभग 1.20 लाख यात्री कार यूनिट (पीसीयू) का वाहन दबाव है, जो किसी एक्सप्रेसवे के लिए काफी है। इस सड़क से परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय चाहता है कि एक्सप्रेसवे पर जनसुविधाओं का विस्तार करें।
अरविंद कुमार (परियोजना निदेशक, NHI) के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर होटल, ढाबे, रेस्तरां और पेट्रोल स्टेशनों जैसी जन सुविधाएं मिलने से यात्रियों को परेशानी नहीं होगी। इन सभी सुविधाओं के लिए तेजी से काम चल रहा है।