छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में पिछले एक महीने में तीन लोगों की जान लेने वाली महिला तेंदुआ को वन विभाग ने पकड़ लिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जिले के वन मंडल के अधिकारी लोकनाथ पटेल ने बताया कि मनेंद्रगढ़ वन मंडल में पिछले एक महीने में तीन लोगों पर हमला कर उनकी जान लेने वाली मां तेंदुआ को मंगलवार-बुधवार की रात को देकर कैद कर लिया गया।
पटेल ने बताया कि भरतपुर क्षेत्र के नौड़िया गांव में दलाल को पकड़ने के लिए एक पिंजरा लगाया गया था। तेंदुआ को लालच देने के लिए जोर से बांध दिया गया था। रात में ही तंबू वहां पहुंच जाता है और फंस जाता है। उन्होंने कहा कि तेंदुआ को रायपुर स्थित जंगल फिटनेस करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस मां तेंदुआ ने पिछले एक महीने के दौरान दो महिलाओं और एक पुरुष की जान ली है।
मां तेंदुआ ने 8 साल के बच्चे पर किया था हमला
वहीं, मां तेंदुआ ने आठ साल के एक लड़के पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि तेंदुआ ने पिछले महीने 11 दिसंबर को कुंवारपुर बीट के गौधोरा गांव निवासी फुलझरिया (80) पर हमला किया था। इस हमले में महिला की मौत हो गई थी। वहीं, तीन जनवरी को जनकपुर वन परिक्षेत्र के कुंवारी बीट के पूर्णिहापारा गांव के निवासी उमाबाई बैगा (54) पर माडा तेंदुआ ने हमला किया था। इस घटना में उमाबाई की मौत हो गई थी।
पटेल ने बताया कि मां तेंदुआ ने 15 जनवरी की शाम कुंवारी गांव निवासी रणदमन बैगा (45) पर हमला किया था। इस घटना में बैगा की मौत होने का अनुमान लगाया गया था। उन्होंने बताया कि पिछले महीने 23 दिसंबर को चापराटोला गांव में आठ साल के लड़के सुरजा पर पत्रकारों ने हमला किया था। इस हमले में बालक गंभीर रूप से घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मां तेंदुआ को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। इसके लिए न्यूनाधिकता की भी मदद ली गई। अब यह वन विभाग से पकड़ा गया और हकीकत से राहत की सांस ली।