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टॉन्सिलाइटिस (टॉन्सिलाइटिस) की समस्या एक आम समस्या है जो बड़ों की तुलना में बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है। इसके कारण गले में सूजन आ जाती है और काफी तेज दर्द महसूस होता है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति (टॉन्सिलाइटिस के लक्षण) में आमतौर पर लोगों को खाना खाने, पानी पीने यहां तक कि ठिकाने घोंटने में भी काफी परेशानी होती है। वहीं यह समस्या आम तौर पर वायरल और लाइव इंफेक्शन के कारण होती है। ऐसे में इसे जल्द से जल्द ठीक करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह पूरे रूट को खराब प्रभावित करता है। विशेष रूप से बच्चे दर्द के कारण काफी अधिक व्यस्त हो जाते हैं।
ऐसे में आज हम लेकर आए हैं ऐसे 5 प्रभावी घरेलू उपाय (टॉन्सिलाइटिस के लक्षणों को कैसे कम करें) जो टॉन्सिलाइटिस की समस्या से राहत पाने में आपकी मदद करेंगे। तो ऐन्ज़ाइम जानते हैं कि इन्हें किस तरह इस्तेमाल करना है साथ ही जाने टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में किस तरह से अटैचमेंट होते हैं।
पहले जानते हैं क्या है टॉन्सिलाइटिस (What is Tonsillitis)
टॉन्सिल ऑवल शेप्ड पैड है, जो गले के बुनियादी हिस्से के पीछे दोनों ओर मौजूद है। टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में टॉन्सिल में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से गले में दर्द का अनुभव होता है। वहीं आमतौर पर वायरल और साइट इंफेक्शन के कारण टॉन्सिल की समस्या होती है।
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अब जानिए टॉन्सिलाइटिस की स्थिति में नजर आने वाले कुछ सामान्य लक्षण (Tonsilitis के लक्षण)
लाल और सूजे हुए टॉन्सिल
गले की चिकित्सा
बदबूदार सांसें
पेट में दर्द रहना और गले की अकड़न।
तेज सिर दर्द का अनुभव होना।
टॉन्सिल्स के ऊपर पीला और सफेद रंग की परत नजर आती है।
गले और टॉन्सिल के हिस्से में लिंक दर्द का अनुभव होना।
बुखार और आवाज में भारीपन आना।
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इससे राहत पाने में मदद करेंगे ये 5 घरेलू उपाय (टॉन्सिलाइटिस के लक्षणों को कैसे कम करें)
1. अदरक और शहद (Ginger with Honey)
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो टॉन्सिलाइटिस की समस्या में काफी कारण होते हैं। इसके साथ ही शहद और अदरक का कॉम्बिनेशन गले के दर्द से राहत देता है। ऐसे में आप सीधे कप में पानी में अदरक और एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब इस पानी को छान कर दिन में एक बार पिएं और फिर दिन में दो बार इससे गरारा करें।
2. प्याज का रस (Onion juice)
प्याज न केवल खाने में स्वाद और स्वाद पैदा करता है, बल्कि वायरल और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए भी शरीर की क्षमता को बढ़ाता है। ऐसे में प्याज के रस का सेवन टॉन्सिल के सूजन को कम करता है और दर्द से राहत पाने में मदद करता है। एक कप गुनगुने पानी में 3 से 4 चम्मच प्याज का रास्ता तैयार करें। अब इस पानी से एक दिन में दो बार गरारा करें और 2 से 3 दिन में आपको राहत मिलेगी।
3. तुलसी के पत्ते (पुदीने के पत्ते)
तुलसी को लेकर नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक डेटा के अनुसार इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट मौजूद होते हैं। इसके साथ ही एंटीवायरल, दशकों और एंटीवायरल प्रॉपर्टी इसे टॉन्सिल की समस्या से एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार बनाती है।
12 से 15 तुलसी के पत्ते ये एक कप पानी में डालें और इनमें से मुख्यमंत्री अब पानी को छानकर निकालें और इसमें एक चम्मच नींबू का रस डालें और अच्छी तरह मिला लें। उचित परिणाम के लिए दिन में दो बार इसे जरूर पिएं। इसके साथ ही अगर दर्द से राहत नहीं मिल रही है, तो आप दिन में 3 बार भी इसका सेवन कर सकते हैं।
4. आइस क्यूब्स (बर्फ के टुकड़े)
आइस क्रिएटिन टॉन्सिल के दर्द से राहत पाने का एक प्रभावी तरीका है। हालांकि, आमतौर पर लोग सोचते हैं कि टॉन्सिल को बढ़ाया जा सकता है। लेकिन आप बताएं कि यह घरेलू जहरीले टॉन्सिल के सूजन को कम करने के साथ ही दर्द से राहत पाने में आपकी मदद कर सकता है। एक स्पष्ट भ्रम में कुछ बर्फीली संबंध शामिल हैं। अब 15 मिनट तक Ice Pack से गले की सिकाई करें।
5. नमक और पानी से गरारा करें (नमक के पानी से गरारे करें)
नमक के पानी से गरारा करने से गला पूरी तरह से साफ हो जाता है। वहीं यह इंफेक्शन की संभावना को कम कर देता है और इंफेक्शन फैलने वाले कीटाणु और बैक्टीरिया के अटकने से बढ़ने लगता है। एक चम्मच नमक एक टम्बलर गर्म पानी में अच्छी तरह से मिला लें। अब दिन में दो से तीन बार गरारा करें। इसे भूलकर भी न घोंटें, हमेशा गरारा करने के बाद पानी को मुह से बाहर थूकें।
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