UNITED NEWS OF ASIA. बालोद । डौंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक युवक की नृशंस हत्या का खुलासा करते हुए बालोद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्या की यह वारदात ग्राम आमाडुला के बांध किनारे की है, जहाँ चार दोस्त साथ निकले थे, मगर वापस तीन ही लौटे – एक की लाश खेत में मिली।

आरोपी वही जो कभी दोस्त थे
पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने बताया कि आरोपी मनोज बरिहा, रूपेन्द्र सलाम और रितुराज मरकाम ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। मृतक का नाम प्रीतराम गोटा है, जो अपने तीनों दोस्तों के साथ बांध में मछली पकड़ने के बहाने निकला था।
ऐसे हुआ हत्या का घटनाक्रम

चारों युवक एक ही बाइक से आमाडुला बांध की ओर निकले।
रास्ते में रूपेन्द्र सलाम ने मनोज बरिहा से उसका मोबाइल मांगा, क्योंकि वह फोन पर किसी से बात कर रहा था।
इस बात को लेकर तीनों के बीच विवाद और मारपीट शुरू हो गई।
बीच-बचाव करने आए रितुराज मरकाम को भी प्रीतराम ने मार दिया, जिससे वह नाराज हो गया।
नाराज रितुराज ने लकड़ी और फिर पत्थर से प्रीतराम पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद मनोज और रूपेन्द्र वहां से भाग गए, जबकि रितुराज सीधे अपने घर चला गया।
तेज कार्रवाई, 24 घंटे में गिरफ्तारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और 24 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि रितुराज और प्रीतराम के बीच पहले से आपसी रंजिश थी, जिसकी परिणति इस खौफनाक वारदात में हुई।
सवाल खड़े करता यह मामला
क्या यह महज़ गुस्से में किया गया अपराध था या पहले से सोची-समझी साजिश?
यदि चार दोस्त निकले थे, तो क्या हत्या पहले से प्लान थी?
क्या पुलिस इस एंगल से भी जांच करेगी कि इस घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं?
कभी दोस्त रहे चार युवकों की मछली पकड़ने की मुलाकात, एक की जान लेकर खत्म हुई। यह वारदात एक बार फिर सोचने पर मजबूर करती है कि गुस्से और रंजिश में इंसान किस हद तक जा सकता है।