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आतंक के खिलाफ कश्मीर में निर्णायक वार, तीन खूंखार आतंकी मारे गए

UNITED NEWS OF ASIA. जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षाबलों को आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। छात्रू क्षेत्र के घने जंगलों में चलाए गए सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर सैफुल्लाह समेत तीन आतंकियों को मार गिराया गया। इन सभी आतंकियों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।

इस अभियान की शुरुआत 9 अप्रैल को हुई थी, जो लगातार कई दिनों तक चला। पहले एक आतंकी को मार गिराया गया, और अब बाकी दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया गया है। पूरे इलाके में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

 ऑपरेशन में शामिल रहे सेना, CRPF, पुलिस और पैरा कमांडो

छात्रू के जंगलों में हुई मुठभेड़ के दौरान सेना, पुलिस, सीआरपीएफ और पैरा कमांडो की टीमें सक्रिय रहीं। रामनगर थाना प्रभारी पूर्व सिंह भी अपनी टीम के साथ ऑपरेशन में शामिल रहे। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।

कई जिलों में बढ़ी आतंकियों की हलचल, सुरक्षाबलों का रुख सख्त

उधमपुर, किश्तवाड़, हीरानगर और मजालता जैसे क्षेत्रों में बीते कुछ हफ्तों में आतंकियों की गतिविधियां बढ़ी हैं।

  • 3 अप्रैल: मजालता ब्लॉक में आतंकियों ने एक परिवार को बंधक बनाया, मोबाइल लूटे

  • बसंतगढ़, उधमपुर: ग्रामीण के घर से खाना, पंखा, छाता और जूते लूटे

  • 27 मार्च: सूफैन जंगलों में मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए, चार पुलिसकर्मी शहीद

  • 23 मार्च: हीरानगर के सानियाल में आतंकियों की पहली बार उपस्थिति दर्ज

  • 11 फरवरी: विस्फोट में एक कैप्टन और एक सैन्यकर्मी शहीद

इन घटनाओं ने स्पष्ट कर दिया है कि सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ बढ़ रही है, जिसे रोकने के लिए सुरक्षाबल हर मोर्चे पर मुस्तैद हैं।

 सीजफायर उल्लंघन और घुसपैठ की कोशिशें, सेना ने किया नाकाम

पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन कर आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश भी की गई।
अखनूर सेक्टर में हुई गोलीबारी में एक जेसीओ घायल हुए, जिन्हें एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले जाया गया लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी।

 NH-44 पर सुरक्षा बढ़ाई गई, मोबाइल चेक पोस्ट सक्रिय

आतंकी गतिविधियों को देखते हुए सेना ने NH-44 (नेशनल हाईवे 44) पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।

  • संवेदनशील इलाकों में 24×7 गश्त

  • मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट (MVCP) से आकस्मिक जांच

  • हथियारों और अन्य सामग्री की तस्करी पर लगाम

जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना मिलकर NH-44 पर आवाजाही को सतर्कता से मॉनिटर कर रहे हैं ताकि आतंकी नेटवर्क को रसद और मार्ग न मिल सके।

किश्तवाड़ ऑपरेशन में आतंकियों के मारे जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ ‘नो टॉलरेंस’ नीति पर कायम हैं। बढ़ती आतंकी हलचलों के बीच सेना और सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी ही राज्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की गारंटी बन रही है।

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