अपराध पर नियंत्रण नहीं पीड़ितों का पुलिस से उठ रहा भरोसा
देवकर पुलिस चौकी क्षेत्र में बीते 2 माह में तीन बड़ी चोरी हुई है। पुलिस के हाथ इनमें से एक भी मामले में सफलता नहीं लगी है। पहली चोरी करीब 2 माह पहले 15 मई को देवकर नगर में संचालित देसी अंग्रेजी शराब दुकान में हुई थी। चोरों ने यहां सेंधमारी कर लगभग 34 पेटी शराब की चोरी की थी जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹200000 आंकी गई। यहा शराब दुकान में चोरी का एक नया तरीका देखने को मिला जिसमें चोरों ने छत पर लगे टीन सेट को काटकर शराब की पेटियां चोरी कर ली।
यूनाइटेड न्यूज ऑफ एशिया :-बेमेतरा देवकर घटनास्थल देखकर ऐसा लग रहा था कि चोरों की संख्या लगभग 8 से 10 होगी। शराब दुकान में चोरी के वक्त रात्रि में गार्ड ड्यूटी पर तैनात शराब दुकान के 2 कर्मचारी भी मौजूद थे। बावजूद उसके चोरी होना कहीं ना कहीं संदेह को जन्म देता है। उसके बाद भी पुलिस ने घटना के वक्त तैनात गार्ड से कड़ाई से कोई पूछता नहीं की। घटना के बाद जिला आबकारी विभाग ने पुलिस चौकी में एफ आई आर दर्ज कराई है जिसमें अब तक पुलिस के हाथ कोई सुराग तक नहीं लगे हैं। इस संबंध में आबकारी अधिकारी नितिन खंडूजा ने कहा कि अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया है।
17 जून को राशन दुकान में चोरी
दूसरी चोरी करीब 1 माह बाद 17 जून की दरमियानी रात नगर में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान में हुई। वहां चोरों ने लगभग 63 क्विंटल चावल और 5 क्विंटल की चोरी की। इसकी अनुमानित कीमत लगभग 93000 आकी गई थी। राशन दुकान में चोरी का यह कोई पहला मामला नहीं था। 2 साल पहले इसी राशन दुकान पर चोरों ने लगभग 25000 की कीमत के राशन सामग्रियों की चोरी की थी। जिसकी राशन दुकान संचालक दुर्गा साहू ने पुलिस चौकी में जाकर एफ आई आर दर्ज कराई थी। उसके बाद भी पुलिस बीते साल से अब तक चोरों को नहीं पकड़ पाई है। इस संबंध में राशन दुकान संचालक दुर्गा साहू देवकर पुलिस को निष्क्रिय बताते हुए कहा कि देवकर पुलिस 2 साल पहले हुई चोरी के आरोपियों को अब तक नहीं पकड़ पाई है तो मुझे नहीं लगता कि पुलिस इस बार की चोरी के आरोपियों को पकड़ पाएगी।
सूने मकान में चोरों का धावा
तीसरी चोरी आज से सप्ताह भर पहले नगर के वार्ड नंबर 13 में बसंत यादव के सूने मकान में हुई। यहां चोरों ने सोने चांदी के आभूषण एवं नगर रकम सहित कुल ₹260000 अनुमानित कीमत की चोरी की। उस वक्त पीड़ित बसंत यादव अपनी गर्भवती पत्नी को प्रसव के लिए जिला अस्पताल दुर्ग में ले गया था। वापस लौटा तो देखा कि घर के ताले टूटे हुए हैं। अलमारी के समान बिखरे हुए हैं एवं अलमारी में रखे सोने चांदी के आभूषण एवं नकदी रकम गायब है। घटना की जानकारी पुलिस चौकी देवकर में दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थल का निरीक्षण कर एफ आई आर दर्ज कर पुलिस चोरों की तलाश शुरू की पर सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इस संबंध में पीड़ित बसंत यादव ने पुलिस पर झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया है। बसंत यादव का कहना है कि पुलिस छानबीन के नाम पर झूठा आश्वासन दे रही है जबकि संदिग्ध व्यक्तियों का नाम भी बताया गया है। बावजूद इसके पुलिस कड़ाई से पूछताछ नहीं कर रही है सिर्फ जांच और खोजबीन की बात कर रही है। इस पूरे मामले में पुलिस की आधुनिक तकनीक सिस्टम फेल होती दिखाई दे रही है।