UNITED NEWS OF ASIA. कहते है अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है. विकास के लिए उपेक्षित पंडरिया में जैसे ही ये पता चला कि भावना बोहरा को बीजेपी से टिकट दिया गया है मानो पुरे पंडरिया की जनता ने बिना वोट दिए ही भावना बोहरा का विजय तिलक कर पंडरिया की विधायकी सौंप दी. हालाकिं मतदान केवल औपचारिकता मात्र थी. लेकिन इस युवा नेत्री की जन मानस की सेवा भावना ने कुछ काम ही ऐसा कर दिया था कि पंडरिया की जनता के दिलों और दिमाग पर बस एक ही नाम था भावना बोहरा.
अपने सूझ बुझ, डेयरिंग अंदाज, और निः स्वार्थ सेवा भावना के लिए पहचान बनाने वाली भावना बोहरा लगातार लोगो से जुड़ कर विभिन्न समाज सेवा कार्यों में लगी रही. पंडरिया की बहुरानी ने अपने पंडरिया की महिलाओं को सासु माँ जैसा सम्हाला तो वहीँ पुरुष वर्ग को पितातुल्य माना, अपने से छोटों को भाभी और ननंद सा प्यार दिया. शायद यही कारण रहा कि देखते ही देखते पंडरिया की बहुरानी अपने क्षेत्र की जनता के बीच कम समय में प्रसिद्धि और प्यार हासिल कर उनकी उम्मीद पर अब तक खरी उतरीं है.
भावना बोहरा को लेकर पंडरिया की जनमानस में विधायक बनाने को लेकर जरा भी शंका ही नहीं थी और इसी भरोसे की नाव पर भावना बोहरा ने भी अपनी ऑंखें बंद कर निश्चिंतता से पैर रखा. समाज से जुड़े लोगों की सेवा करने से लेकर विधायक बनने तक का सफ़र में तो वे कामयाब रहीं है अब देखना यह है कि क्षेत्र की जनता पर क्या बहुरानी एक विधायक के रूप में जनमानस के समाज सेवी कार्यों पर अनुभव लिए पंडरिया के लोगों के विकास की आस को पूरा कर पाती है.
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