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छत्तीसगढ़ पर्यटन पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं सूरजपुर कुमेली जलप्रपात एएनएन

छत्तीसगढ़ समाचार: छत्तीसगढ़ में इन दिनों के ठंड का दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। स्कूल, कॉलेज में सर्दी की छुट्टियां होती हैं। इसके साथ ही नववर्ष के स्वागत के लिए लोग बेताब है। ऐसे में लोग घूमने फिरने का प्लान बनाने में लग गए हैं। पर्यटन स्थलों में सादे का दौर शुरू हो गया है। लोग परिवार, दोस्तों संग पर्यटन स्थलों पर घूमने फिरने के लिए पहुंच रहे हैं।

ऐसे माहौल में पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था जरूरी हो जाती है, क्योंकि पर्यटन और धार्मिक स्थलों पर पर्यटक अतिउत्साह में आते हैं झरने और पहाड़ के किनारे पर जाकर फोटो सेशन और घूमना फिरने लग जाते हैं। इन्हीं कारणों की वजह से कई लोग दुर्घटना का शिकार हुए अपनी जान जलते हैं। इन घटनाओं से ना तो जनता, ना पुलिस सब ले रही है।

कोई रोक-टोक नहीं है
दरअसल, सूरजपुर जिले के कई जलप्रपात हादसे पर स्थित हैं। यहां इन दिनों हर दिन एक्सपोजर का आना हो जाता है। कुमेली जलप्रपात, रकसगंडा जलप्रपात, लफरी वाटरफॉल जैसी जगहों पर हर दिन सैकड़ों पर्यटक पहुंचते हैं, लेकिन यहां सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है। यहां सुरक्षा की दृष्टि से कोई सुरक्षाकर्मी नहीं रहता है। जो लोगों को झरनों के आसपास जाने से रोकते हैं। ऐसे में हर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कोई सुरक्षाकर्मी रुकते नहीं रहने की वजह से झरनों के बिल्कुल करीब पहुंचकर फोटो सेशन देखते हुए देखे जा रहे हैं, लेकिन उन्हें टोकने वाला नहीं है। किस वजह से विजिटर्स अतिउत्साह में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।

पर्यटक वाटरफॉल के निकट जा रहे हैं
आरोपीब है कि, सूरजपुर जिले के दूरस्थ अंचल में रेण नदी पर स्थित रकसगंडा जलप्रपात को देखने से इन दिनों में शर्म की संख्या हर दिन बढ़ रही है। मध्य प्रदेश सहित प्रदेश के लोग जलप्रपात में छुट्टियां मनाते हुए पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है। जबकि रकसगंडा जलप्रपात में हादसे होते रहते हैं। लोग जलप्रपात के ठीक जाने के चक्कर में अपनी जान फूंक देते हैं। इसके अलावा जिले के ही ओड़गी ब्लॉक में स्थित लफरी वाटरफॉल में लोग काफी संख्या में पहुंच रहे हैं। ऐसा ही हाल कुमी जलप्रपात पर है। लेकिन इन जगहों पर सुरक्षा सील्स की जानकारी नहीं दी जाती है। जिससे जुड़े हुए लोग अपने जान जोखिम में डाल रहे हैं।

समाचार रीलों

ज़ोस्टर है कि, सूरजपुर जिले के रकसगंडा वाटरफॉल, कुमी वॉटरफॉल, लफरी वाटरफॉल में कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन इन घटनाओं से सब कुछ नहीं ले रहा है। संवेदनशील पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा की संभावनाएं नहीं दिखाई जा रही हैं। प्रत्येक यात्रा किस प्रकार से तय करने के बीच अपना-अपना समय निश्चित कर रहे हैं, लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

क्या कहा सूरजपुर एसपी रामकृष्ण साहू ने?
एबीपी न्यूज ने इस संबंध में सूरजपुर एसपी रामकृष्ण साहू से चर्चा की। तो एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि, “वे अपने पर्यटन स्थलों पर घूमने के चक्कर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं और लोगों को सावधानी की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही नए साल में पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम करने की बात क्वी।” लेकिन नव वर्ष के पहले ही पर्यटन स्थलों पर काफी संख्या में लोगों का आना शुरू हो गया है। ऐसे में वर्तमान में ही सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है, लेकिन खतरनाक जलप्रपातों में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है।

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