राजस्थान अपराध समाचार: कोटा में चोरों ने राजपरिवार के महल संग्रहालयों को बनाया है। बताया जा रहा है कि यादगार से बेशकीमती सामान की चोरी हुई है। सोमवार सुबह फोटोग्राफी के स्टाफ की जानकारी मिली. आनन-फानन में पुलिस और राजपरिवार को सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस के आला अधिकारी स्थलों पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड और FSL टीम को बुलाया गया। कैथूनीपोल थाना क्षेत्र के दहलीज संग्रहालयों में चोरी की पहली घटना है। पुलिस ने बताया कि ज्यादातर चांदी का सामान चोरी होता है।
राजसेट के गढ़ पैलेस संग्रहालयों में सेंध
चोरों ने तीन शो केक्स को बनाया है. सोने की चद्दर एक फुट की 4 से 5 हाथी को चोरों ने पार कर दिया। यूनिक आइटम में चिड़िया और तोते की भी चोरी शामिल है। 24 में से मात्र 3-4 को ही चोरों ने छोड़ दिया। चोरों ने एक जगह शीशा तोड़ा. दूसरी जगह ग्रन्थ तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पहला दृष्टया मना किया जा रहा है कि फोटोग्राफी के पीछे वाले हिस्से से चोरी करने के लिए अंदर गए और अपराध को अंजाम देते हुए उसी रास्ते से बहरा हो गए।
गुप्त तकनीक से निगरानी की जाती है
जानकारी के अनुसार राजपरिवार का गढ़ पैलेस ट्रस्ट से संचालित होता है। मैनेजर की सुरक्षा में ट्रस्ट की तरफ से सुरक्षा गार्ड को फिर से लगाया जाता है। मानव विज्ञान की प्रौद्योगिकी प्रौद्योगिकी की निगरानी की जाती है। पुलिस संग्रहालय के स्टाफ से पूछताछ कर रही है। कहा जा रहा है कि चोर जल्द ही गिर जाएगा। राव माधोसिंह संग्रहालय 1970 में शुरू किया गया था। दरबार हॉल से लेकर शस्त्र, वाइल्ड लाइफ, फोटो, पेंटिंग गैलरी, राजमहल, अर्जुन वॉल पेंटिंग, कृष्ण मार्केट, भीम महल, छत्र महल की वॉल पेंटिंग सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है। संग्रहालय में रख-रखाव और कोई भी वस्तु काफी प्राचीन होने के साथ यूनिक हैं।
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