
क्रिएटिव कॉमन
ब्रीफिंग की शुरुआत भारत के साथ पाकिस्तान की पूर्वी सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) की स्थिति से हुई। पाकिस्तान के अधिकारियों ने इसके साथ ही भारत को लेकर एक बार फिर मनगढ़ंत और झूठी कहानी को गढ़ अपने देश के नागरिकों को बरगलाने की कोशिश की।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के फैसले (डीजी) मेजर जनरल अहमद शरीफ ने मंगलवार को कहा कि सेना का ध्यान देश से आतंकवाद को खत्म करने पर है और वह सभी राजनीतिक दलों का सम्मान करता है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंक पर केंद्रित एक संवाददाता सम्मेलन में ये विचार व्यक्त किए। सेना के मीडिया मामलों के प्रमुख के रूप में मेजर जनरल शरीफ की नियुक्ति के बाद से यह पहली प्रेस वार्ता थी। अपने संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत में मेजर जनरल सरफफ ने कहा कि आज की ब्रीफिंग सेना द्वारा चलाए जा रहे आतंक-विरोधी अभियान पर केंद्रित होंगे।
ब्रीफिंग की शुरुआत भारत के साथ पाकिस्तान की पूर्वी सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) की स्थिति से हुई। पाकिस्तान के अधिकारियों ने इसके साथ ही भारत को लेकर एक बार फिर मनगढ़ंत और झूठी कहानी को गढ़ अपने देश के नागरिकों को बरगलाने की कोशिश की। उन्होंने सफेद झूठ बोलते हुए कहा कि 2003 के संघर्षविराम समझौते के बाद एलओसी पर स्थिति बनी हुई है। इसलिए ही नहीं भारत के करोड़ों को ही फर्जी बयान लेते हुए उनकी आलोचना भी की। उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए उन्होंने कहा कि नई दिल्ली का घुसपैठ और तकनीकी हवाई उल्लंघन पर नकली प्रचार भारत के विशेष राजनीतिक एजेंडे को पहचान रहा है।
दूसरी ओर, मेजर-जनरल सरफराज ने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षकों को नियंत्रण रेखा तक पूर्ण पहुंच की अनुमति दी थी। लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया है। उन्हें कार्रवाई की पहुंच या स्वतंत्रता नहीं दी गई है। डीजी आईएसपीआर ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले कुछ दिनों में कंट्रोल लाइन पर 16 यात्राएं की हैं, जिसमें इस्लामिक सहयोगी संगठन के समर्थक और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की भागीदारी भी शामिल है।
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