UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी । साकरा से घटुला होते हुए बेलर तक जाने वाले मुख्य मार्ग की मरम्मत कार्य को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग द्वारा सड़क मरम्मत के नाम पर हालत और भी खराब कर दी गई है। मुरुम डालने के बाद समतलीकरण नहीं किए जाने के कारण बारिश के बाद सड़क किनारे दलदल की स्थिति बन गई है, जिससे लोगों को चलना भी मुश्किल हो रहा है।
स्कूल खुलने से पहले खतरे का संकेत
गौरतलब है कि 16 जून से प्रदेशभर के स्कूल खुलने जा रहे हैं, लेकिन इस मार्ग पर स्थित तीन हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे और कीचड़ के कारण बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है।
मुख्य संपर्क मार्ग की उपेक्षा
यह मार्ग काकर, केशकाल, कोण्डागांव, जगदलपुर और ओडिशा को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग है। 17 किलोमीटर की इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन – बस, टैक्सी, ऑटो और मालवाहक गाड़ियां गुजरती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि तेज रफ्तार वाहनों के कारण कई बार दोपहिया चालक फिसलकर घायल भी हो चुके हैं।
ग्रामीणों की मांग और चेतावनी
ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग से मांग की है कि सड़क की स्थिति को सुधारते हुए गड्ढों में चिप्स, गिट्टी या डामर डाला जाए और समतलीकरण किया जाए। उनका कहना है कि सिर्फ खानापूर्ति नहीं, व्यवस्थित और सुरक्षित सड़क निर्माण किया जाए। यदि 16 जून तक सड़क की मरम्मत नहीं होती, तो ग्रामीण उग्र आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
शासन-प्रशासन से सवाल
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद विभाग केवल औपचारिकता निभा रहा है। यदि समय रहते मरम्मत नहीं हुई, तो स्कूल जाने वाले बच्चों की जान को भी खतरा हो सकता है।
अब देखना होगा कि पीडब्ल्यूडी विभाग और स्थानीय प्रशासन इस गंभीर समस्या का संज्ञान लेकर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है।