
UNA. कवर्धा | 6 से 7000 की आबादी का कस्बा, शिक्षा के नाम पर आठवीं कक्षा तक की सुविधा, 12 सदस्यों का भरा पूरा परिवार और आय के नाम पर पान का व्यवसाय | ऐसी कठिन परिस्थितियों में खपरैल के मकान से निकलकर राष्ट्रपति भवन तक का सफर तय करने वाले कवर्धा के उस शख्स का नाम है स्वर्गीय लक्ष्मण प्रसाद तंबोली।
आजादी के पूर्व कवर्धा के हटरी पारा के एक खपरैल वाले मकान में स्वर्गीय नानूराम तंबोली का परिवार निवास करता किया करता था | उनका अपना पान का व्यवसाय था और पेशे से राजस्व विभाग में वाहन चालक थे| 12 सदस्यों के इस परिवार के सबसे बड़े लड़के का नाम था लक्ष्मण प्रसाद तंबोली | श्री श्याम तंबोली के बड़े भाई स्वर्गीय लक्षण के करीबी मित्रों में उन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के पिताजी स्वर्गीय ठाकुर विघ्न हरण सिंह, स्वर्गीय श्री सी एन झा, स्वर्गीय नरेंद्र सिंह परिहार, स्वर्गीय दुर्गा प्रसाद शर्मा, पिपरिया निवासी रतन चंद वैद , एनडी वैष्णव, मांगीलाल लुनिया, धर्मी चंद लुनिया आदि की गिनती हुआ करती थी |
श्री तंबोली ने प्रारंभिक शिक्षा नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रमुख प्राथमिक शाला से पूरी की फिर नवमी से मैट्रिक तक की पढ़ाई खैरागढ़ से की साल भर घर में रहकर पढ़ते और परीक्षा देने के लिए खैरागढ़ जाते हैं कवर्धा में उन दिनों मात्र आठवीं कक्षा तक की सुविधा थी कालांतर में कल्याण कॉलेज भिलाई से एलएसजी जी और एलएलबी की पढ़ाई भी स्वाध्याय छात्र के रूप में उन्होंने पूरी की|
उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद श्री तंबोली को जनपद पंचायत कवर्धा में लिपिक की नौकरी मिल गई जहां उन्हें श्री नेतराम गुप्ता जैसा साथी मिला | आर्थिक तंगी की मार सह रहे परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलने से मां स्वर्गीय बिसाखाबाई की आंखों से खुशी के आंसू जो छलके थे वह क्षण आज भी परिवार के हर एक सदस्य को याद है | घर के बड़े सदस्य की सरकारी नौकरी लग जाने से एक और घर में दीपावली जैसा माहौल था तो दूसरी ओर श्री तंबोली के मन में अपने छोटे भाई बहनों को अपनी तरह उच्च शिक्षा दिलाने की प्रकार भावना | उन्होंने यह जिम्मेदारी आगे चलकर पूरी की भी परंतु होनी को कुछ और ही मंजूर था |
श्री तंबोली सरकारी नौकरी करने तो लगे थे परंतु ना जाने क्यों उनका मन वकालत की ओर जाने लगा था, इसका जिक्र वह यदा-कदा अपने मित्रों और सहकर्मियों से भी किया करते थे | अंत में हुआ भी यही सन 1975 में उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया फिर क्या था जिस घर में नौकरी के नाम पर मिठाइयां बांटी थी वहां उसे नौकरी के नाम पर नाराजगी और उदासी का माहौल था |
देखते ही देखते श्री तंबोली कवर्धा छोड़कर रायपुर चले गए और वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रतन चंद सुराना की देखरेख और मार्गदर्शन में वकालत करने लगे कुशाग्र बुद्धि के श्री तंबोली का नाम कुछ समय में रायपुर के सफलतम वकीलों में गिना जाने लगा फिर एक दिन ऐसा भी आया जब वह अपने पुराने मित्रों के बीच कवर्धा लौट आए|
कवर्धा लौटने पर तो मानो जैसे सफलता उनके कदम चूमने लगी स्वर्गीय श्री सी एन झा भी अपने प्रिय साथी को वापस अपने बीच पाकर फूले नहीं समाए | वकालत करते करते सिर्फ तंबोली को लगता था कि वन,लोक निर्माण विभाग, माइनर क्रिमिनल और एक्साइज विभाग के लिए कुछ नियम बनाए जाने की आवश्यकता है|
अभिन्न वकील मित्र श्री सी एन झा भी इन बातों से सहमत थे इन्हीं विचारों ने फिर उन्हें कानून की किताब लिखने की प्रेरणा दी| एक के बाद एक करके श्री तंबोली ने फिर लोक निर्माण विभाग मैनुअल, माइनर क्रिमिनल लॉ एक्साइज मैनुअल और वन अधिनियम पर किताब लिखी वन अधिनियम पर लिखी गई किताब की चर्चा कानून के गलियारे से होते हुए राष्ट्रपति भवन तक जा पहुंची और फिर एक दिन ऐसा भी आया जब राष्ट्रपति भवन से वन अधिनियम पर लिखी गई कानून की किताब के लिए तंबोली परिवार के लाडले सपूत और मित्र श्री सी एन झा को पुरस्कृत किए जाने का पत्र मिला | तंबोली परिवार में खुशियों ने एक बार फिर दस्तक दी थी जो पहले से कहीं ज्यादा थी परिवार का हर एक सदस्य राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार ग्रहण कार्यक्रम को देखने को आतुर था| कुछ ऐसा ही माहौल श्री सीएन झा के घर में भी था| इन सब का सपना कब पूरा हुआ
जब राष्ट्रपति भवन में स्वर्गीय लक्ष्मण प्रसाद तंबोली और स्वर्गीय श्री सी एन झा को पूर्व राष्ट्रपति श्री ज्ञानी जैल सिंह ने पुरस्कृत किया।
हमें गर्व होना चाहिए कि कवर्धा के सपूतों द्वारा लिखे गए कानून से देश में लोगों को न्याय मिल रहा है आज स्वर्गीय श्री लक्ष्मण प्रसाद तंबोली जी की स्मृतियां आपसे साझा करते हुए यूनाइटेड न्यूज ऑफ एशिया बहुत गर्व महसूस करता है साथ ही देश को दिए अपने अतुल्यनीय योगदान के लिए उन्हें नमन करता है |
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :