राजेश भूषण ने बताया कि अमेरिका से विश्व का 19%, रूस से 12.6% और हमारे देश से विश्व के 1% मामले आ रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कुछ राज्यों को लेकर चिंता भी बताई।
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है। आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसकी जानकारी दी है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अब तक भारत में वैश्विक मामलों की रिपोर्ट लगभग 1% जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक्टिव केस अभी 7,600 हैं। औसत औसत 966 मामले सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में औसत औसत 108 मामले सामने आ रहे थे, अब यह बढ़कर 966 हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में वर्तमान में चल रहे सभी संस्करण ओमिक्रॉन के उप-प्रकार हैं। उन्होंने कहा कि विश्व में कोविड के 94,000 नए केस डे आए हैं। अभी भी यह वैश्विक महामारी खत्म नहीं हुई है क्योंकि नए मामले आ रहे हैं।
राजेश भूषण ने बताया कि अमेरिका से विश्व का 19%, रूस से 12.6% और हमारे देश से विश्व के 1% मामले आ रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कुछ राज्यों को लेकर चिंता भी बताई। उन्होंने कहा कि जिन आठ राज्यों में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं वे हैं- महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान। उन्होंने कहा कि मैंने 16 मार्च को व्यक्तिगत रूप से इन राज्यों को लिखा था कि उन्हें क्या कार्रवाई करने की आवश्यकता है। वहीं, मेदांता अस्पताल के निदेशक नरेश त्रेहन ने कहा कि दुनिया कोरोना से मुक्त नहीं हुई है। अभी भी दस्तावेज़ी करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले दायरे में जाने से है। जैसे मैंने पहली बार कोरोना की लड़ाई लड़ी थी वैसे ही फिर से दाखिल हूं, अभी लॉकडाउन की सदस्यता नहीं है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर एक बड़ी बैठक की थी। उन्होंने अधिकारियों को पक्का करते हुए लोगों के कोविड-उपयुक्त व्यवहारों पर जोर दिया। वे टीकाकरण अभियान की स्थिति, कोविड-19 के नए स्वरूप और निशान के नीचे उभर रहे हैं और देश के लिए उनके जन स्वास्थ्य प्रभावों की भी समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भारत में आगे बढ़ते मामलों सहित वैश्विक महामारी स्थिति पर एक व्यापक प्रस्तुतिकरण दिया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि भारत में संक्रमण के नए मामलों में थोड़ी वृद्धि हुई है।