UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कबीरधाम जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा एवं आदिवासी बाहूल्य विकासखण्ड बोड़ला तथा पंडरिया सहित जिले के मैदानी विकासखण्ड कवर्धा और सहसपुर लोहारा के सभी ग्राम पंचायतों में जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम अलर्ट मोड में निरंतर कार्य कर रही है।
राज्य शासन एवं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशों पर अभियान चलाकर वनांचल ग्रामों में स्वास्थ्य शिविर तथा सभी घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य कर रही है। सर्वे के दौरान लक्षण पाए जाने पर इसके त्वरित उपचार भी प्रारंभ किया जा रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में 15 जुलाई को विकासखंड बोड़ला के स्वास्थ्य विभाग की टीम अलग–अलग 29 ग्राम में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया।
इसी प्रकार 16 जुलाई को दुरस्त वनांचल क्षेत्रो के ग्रामों में शिविर लगाया गया। इसके साथ ही घर–घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। इन सभी कार्यों की मॉनिटरिंग और निरीक्षण संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। बीमारियों के बचाव के लिए कबीरधाम जिले में कुंआ, हैण्डपंप, सोलर पंप सहित 13538 जलस्त्रोंतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान भी शुरू किया गया है। इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी एल राज ने बताया कि 15 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग–अलग 29 ग्राम में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इसके साथ ही चिल्फी सेक्टर और उसके अधीनस्थ सेक्सन चिल्फी, शीलतपनी ,झलमला ,रोल, रेगाखार, बे्रन्डा, उसरवाही, सोनवाही, बोदलपानी,खारा में सुधा देवी नर्सिंग कालेज के 38 स्टूडेंट्स कवर्धा से प्राप्त टीम एवं दो आरएएम एवं सात आरएचओ और 18 सीएचओ एवं दो एमटीएल के माध्यम से घर–घर सर्वे एवं जांच किया गया एवं चार सुपरवाइजर के द्वारा सुपरविजन किया गया।
जिसमे ग्रामीणों को स्वास्थ्य शिक्षा एवं पेयजल का उपयोग ,शुद्धिकरण, मलेरिया जांच, ओआरएस, जिंक पैकेज का वितरण एवं घोल बनाने की विधि के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि चिरायु की दोनों टीम जिसमे मेडिकल ऑफिसर एवं पूरी टीम के द्वारा ग्राम सोनवाही एवं बहनाखोदरा में स्वास्थ्य शिविर का आयोजित कर स्वास्थ्य सेवा प्रदान किया गया एवं अर्बन एमएमयू टीम के द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया गया।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बोड़ला द्वारा स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया गया एवं आवश्यक निर्देश दिए गए। इसी प्रकार रेगाखार सेक्टर के अधिनस्त ग्राम जामुनपानी, सरेन्डा, मराड़बरा, सुतिया, सरईपतेरा, चमारी, गिधनखार, घानीखुटा, छितपूरीकला, कन्हारी में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। जांच के बाद लक्षण वाले मरीज को शिविर स्थल पर ही स्वास्थ्य सुविधाओं प्रदान किया गया।
मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राज ने बताया कि 16 जुलाई को विकासखंड बोड़ला के दुरस्त वनांचल क्षेत्रो में चार टीम बनाकर ग्राम सवरु, बोल्दा और माराडबरा, सिलियारी में सर्वे किया गया एवं स्वास्थ्य टीम में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, सेक्टर सुपरवाईजर और मितानिन के द्वारा घर–घर जाकर सम्पर्क किया गया एवं स्वास्थ्य शिक्षा, पेयजल का उपयोग, शुद्धिकरण,
मलेरिया जांच, ओआरएस घोल बनाने की विधि, जिंक पैकेज का विरतण एवं दवाईयो का उपयोग आदि की जानकारी दी गई। ग्राम सरेन्डा में मोबाईल मेडिकल टीम द्वारा घर–घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं स्वास्थ्य शिक्षा दिया गया। ग्राम सोनवाही में विगत छः दिनों से निरंतर स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामवासियों को पेयजल का उपयोग, ओआरएस घोल बनाने की विधि एवं मलेरिया जाँच कर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किया जा रहा है।
ग्राम बहनाखोदरा में स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को उल्टी-दस्त का कोई भी नया प्रकरण नही पाया गया है।