सऊदी अरब: मुस्लिम देश सऊदी अरब अब लगातार उदार हो रहा है। दुनिया में अपनी छवि को बदलने के लिए अब यह मुस्लिम देश लगातार उदार छवि पेश कर रहा है। इसी कारण से अब सऊदी अरब की महिलाएं बुनियादी ढांचे में शामिल होने के लिए काम कर रही हैं। क्योंकि अभी भी सऊदी अरब की छवि एक रूढ़िवादी देश के रूप में है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि महिला कैडेट्स अपनी सैन्य वर्दी में हैं। ये सभी लड़कियां किंग फद कॉलेज से सोमवार को स्नातक हुई हैं। इस दौरान वह अपनी खुशी का इजहार कर रही थीं। कॉलेज की ओर से पोस्ट किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि लड़कियां एक दूसरे को बढ़ा रही हैं। जानकारी के अनुसार यह चौथा प्राधिकरण है।
इस दौरान लड़कियों के माता-पिता भी उपस्थित हो रहे हैं। उन शेरों को सैन्य वर्दी में देखकर खुशियों का इजहार किया। इस मौके पर एक कैडेट ने कहा कि ‘हम सभी प्रशिक्षकों को उनके प्रयास के लिए धन्यवाद देते हैं।’ एक और लड़की ने कहा, ‘मैंने कई प्रयास किए। मैंने दृढ़ता और विश्वास हासिल किया है।’ क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की ओर से पेश किए गए किंगडम के विजन 2030 के तहत महिलाओं को देश में ज्यादा से ज्यादा मौके देना लक्ष्य है। महिलाओं को हर क्षेत्र में धीरे-धीरे अवसर दिया जा रहा है।
सेना में महिलाएँ शामिल हो सकती हैं
साल 2019 में सऊदी अरब ने घोषणा की थी कि वह देश में सशस्त्र बलों में महिलाओं की सेवा की इजाजात करेगी। महिला फ़ौज अरब की सेना, रॉयल फ़ुटबॉल एयर डिफेंस, रॉयल फ़ुटबॉल नेवी, रॉयल फ़ुटबॉल स्ट्रैटेजिक मिसाइल फोर्स और सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं में शामिल हो सकती हैं। इससे पहले साल 2021 में महिला सैनिकों का पहला पत्ता निकला था। 14 सप्ताह के बुनियादी ढाँचे के बाद उन्हें सेवा में शामिल किया गया था।
महिलाओं को पूल में मिल रहा है अधिकार
सऊदी अरब अपनी उद्योग को तेल से स्विच करके पर्यटकों की ओर ले जाना चाहता है। लेकिन पर्यटन उद्योग उसके लिए इतना आसान नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि सऊदी अरब की छवि एक रूढ़िवादी देश के रूप में है। देखते हुए पूल ने साल 2018 में महिलाओं को गाड़ी चलाने की इजात दी थी। वहीं सऊदी अरब ने हाल ही में घोषणा की कि वह अपने अंतरिक्ष मिशन में पहली बार एक महिला को अंतरिक्ष में भेजेगा।
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