रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा के कल के प्रदर्शन के दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ। बीजेपी के कई नेताओं ने उस वीडियो को ट्वीट भी किया और बीजेपी ने उन पर बीजेपी के अभ्यर्थियों पर हमला करने का आरोप लगाया। प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी सहित कई नेताओं ने रायपुर पुलिस के टियर गैस के गोले फेंकते हुए वीडियो को बम फेंकना की स्थिति में ट्वीट किया है। यही नहीं कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने भी इस वीडियो को ट्विटर पर ट्वीट कर ट्वीट किया है। अब रायपुर पुलिस ने बीजेपी के उन झूठों का रिट्वीट कर जवाब दिया है।
अरुण साव ने ट्विटर पर लिखा…
नोट: ये छायांकन रूस-यूक्रेन युद्ध का नहीं है। आलमपनाह के संरक्षण में छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकारी ने आतंक से आंदोलन नियंत्रण का तुगलकी तरीके अपनाए हैं! अब छत्तीसगढ़ में आंसू गैस-बम धमाकों से कुचलेगा आंदोलन? सतर्कता के खिलाफ ऐसा तानाशाह 1975 (आपातकाल) में देखा था देश ने।
वहीं ओपीडी चौधरी ने लिखा है…
तेरे इन बम के धमाकों से हम और भी मजबूत होंगे… आज आप बम जिन लोगों पर आप बम के गोले दाग रहे हैं, वे कोई पाकिस्तानी आतंकवादी नहीं थे;बल्कि आवास का अधिकार मांगने वाले हमारे छत्तीसगढ़िया भाई-बहन थे…
.@bhupeshbaghel! तेरे इन बम के धमाकों से हम और भी मजबूत होंगे…
आज आप बम जिन लोगों पर आप बम के गोले बरसा रहे थे,वे कोई पाकिस्तानी आतंकवादी नहीं थे;बल्कि आवास का अधिकार माँगने हमारे छत्तीसगढ़िया भाई-बहन थे… pic.twitter.com/q7J00lzo76
— OP Choudhary (@OPChoudhary_Ind) March 15, 2023
जवाब में रायपुर पुलिस ने लिखा है…
बम नहीं है, आम तौर पर स्मोक है। विधानसभा की तरफ आगे बढ़ने से जाम, 144 के उल्लंघन ना कर कार्य प्रदर्शन करने की लगातार घोषणा, समझाने के बाद भी तीन बैरिकेड तोड़ने पर भीड़ को तितर बितर करने और विधानसभा का रास्ता जाने के लिए रोकने के लिए इस्तेमाल किया गया था।