कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी एवं थाना/चौकी प्रभारियों का लिया गया क्राइम मीटिंग।
क्राइम मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े दुर्ग रेंज दुर्ग पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा।
पुलिस के राजपत्रित अधिकारी एवं थाना चौकी प्रभारियों को दिया गया सुरक्षा संबंधी आवश्यक निर्देश।
कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के द्वारा जिले के समस्त पुलिस अनुविभागीय एवं थाना/चौकी प्रभारियों को क्राइम मीटिंग हेतु आवश्यक एजेंडा/ बिंदुओं के आधार पर दिये गए, निर्देशों/ लंबित प्रकरणों के प्रगति रिपोर्ट जानने तथा किसी प्रकरण में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो रही हो, तो उसकी चर्चा मीटिंग में कर तत्काल समाधान निकालने हेतु क्राइम मीटिंग आज दिनांक-19.04.2023 को 11:00 बजे पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रखी गई।
जिसमें दुर्ग रेंज दुर्ग पुलिस महानिरीक्षक आनंद छाबड़ा द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से क्राइम मीटिंग से जुड़ कर, कबीरधाम जिले के समस्त पुलिस के राजपत्रित अधिकारी एवं थाना/ चौकी प्रभारियों को सुरक्षा संबंधी आवश्यक निर्देश देकर अपने अपने कार्यों को पूर्णता निष्ठा एवं ईमानदारी से करने, ग्रामीण स्तर पर अपनी पुलिसिंग बढ़ावे, प्रत्येक गांव में ग्रामीणों के साथ अधिक से अधिक समय देवें, दूरस्थ वनांचल ग्राम एवं कस्बों से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण करें, घटित होने वाली घटनाओं को रोकने प्रतिबंधात्मक उपाय व आगामी कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए, आवश्यक तैयारी रखें, साथ ही अपराध एवं शिकायत की त्वरित निराकरण करने हेतु आवश्यक निर्देशित किया गया।
जिसके पश्चात पुलिस अधीक्षक द्वारा अन्य आवश्यक जानकारी सभी थाना व चौकी प्रभारियों से लेते हुए अपराधों की समीक्षा की गई। लंबित अपराधों एवं शिकायत की समीक्षा करते हुए त्वरित निराकरण करने व पेंडेंसी कम जल्द से जल्द करने के उद्देश्य से सभी सुपरविजन अधिकारी एवं थाना व चौकी प्रभारियों से सभी अनसुलझे व लंबित मामलों पर चर्चा कर जल्द से जल्द निकाल करने हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया। साथ ही सभी थाना चौकी प्रभारियों को प्रत्येक सप्ताह, बलवा ड्रिल सामग्री का बेहतर रखरखाव पर ध्यान देते हुए बलवा ड्रिल अभ्यास कराने निर्देशित किया गया।
(पी.एल.वी.) पैरालीगल वॉलिंटियर की नियुक्ति प्रत्येक थानों में किया गया है, जो पुलिस के साथ गुम बालक/बालिकाओं की पता तलाश, थाना क्षेत्र की बालक/बालिकाओं एवं महिलाओं को उनके अधिकारों के विषय में जानकारी देने, तथा अन्य न्यायिक संबंधी सहायता प्रदान करेंगे, साथ ही पुलिस टीम के साथ जागरूकता अभियान में जाकर ग्राम वासियों एवं आम जनों को आवश्यक जानकारी भी प्रदान करेंगे जिनके लिए प्रत्येक थानों में पी.एल.वी. के बैठने की व्यवस्था हो तथा अटेंडेंस रजिस्टर में प्रतिदिन उनका हस्ताक्षर हो यह थाना प्रभारी सुनिश्चित करें।
अपराधियों का फिंगरप्रिंट लेना अनिवार्य किसी भी अपराध में संलिप्त व्यक्ति/ अपराधी जिसके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध हुआ है, थाने में लाते ही उन सभी अपराधी चाहे वह किसी भी अपराध को घठित किये हैं, उन सभी के फिंगरप्रिंट लेना अनिवार्य है, फिंगरप्रिंट ना लेने वाले अधिकारी कर्मचारी एवं थाना प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी।
मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए गए निर्देशों तथा महिला संबंधी रिपोर्ट एवं शिकायत पत्रों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के कड़े निर्देश दिये। साथ ही गुम बालक बालिकाओं एवं महिला पुरुषों की पतासाजी व दस्तयाब कर प्राप्त साक्ष्य के आधार पर वैधानिक कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है। साथ ही सभी पुलिस के राजपत्रित अधिकारियों को महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराध तथा लंबित गंभीर मामलों के साथ-साथ चिटफंड कंपनी से संबंधित शिकायतों एवं आईटी एक्ट प्रकरणों की अपने स्तर पर समीक्षा कर आवश्यकतानुसार पुलिस टीम बनाकर दीगर प्रांत भेजने हेतु निर्देशित किया गया। थाने के विवेचना अधिकारियों की मीटिंग लेकर उनके कार्यों की समीक्षा समय-समय पर करने सख्त हिदायत दिया गया।
नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी अकुंश लगाने नक्सल आपरेशन का नियमित संचालन करने, समय-समय पर सामुदायिक पुलिसिंग के तहत खेल/संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर वनांचल ग्राम वासियों को शासन प्रशासन के द्वारा प्रदान करने वाले योजनाओं के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी देकर महिलाओं एवं बालक बालिकाओं के अधिकारों की विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करें। सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में अवैध गांजा, शराब के परिवहन में पूर्णताः प्रतिबंध लगाने मुखबिर तंत्र को मजबूत कर समय समय पर उचित वैधानिक कार्यवाही करते रहे कहा गया।
जिसके पश्चात थानावार लंबित अपराध, लंबित शिकायत, समंस/वारंट, लंबित मर्ग जांच कार्यवाही, गुम इंसान पता तलाश कर परिजनों के सुपुर्द करने, चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध पंजीबद्ध अपराध की समीक्षा उपरांत लंबित मामले का निराकरण करने, अपने-अपने थाना क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने हेतु सूचना तंत्र मजबूत कर, संपत्ति संबंधी अपराध जैसे लूट, चोरी, धोखाधड़ी आदि की रोकने के लिए अधिक से अधिक लघु व प्रतिबंधात्मक अधिनियम के तहत कार्यवाही करने तथा रात्रि गस्त एवं पेट्रोलिंग को सुदृढ़ करने, थाना क्षेत्र के बदमाशों पर सतत निगाह रखते हुए उनकी सक्रियता पाए जाने पर विधिवत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने।
असामाजिक गतिविधियों जैसे अवैध शराब व मादक पदार्थों की बिक्री, अवैध आर्म्स, जुआ-सट्टा में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध अभियान चलाकर वैधानिक कार्यवाही कर उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने, व्हीव्हीआईपी,व्हीआईपी मूव्हमेंट के पहले थाना, चौकी प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था में विशेष सावधानी बरतने, माननीय न्यायालय द्वारा जारी समंस-वारंटो की तामीली एवं न्यायालयीन कार्यों को पूर्ण जवाबदेही के साथ समयावधि में निराकरण करने, सामाजिक संस्थानों, व्यापारियों एवं नागरिकों से संपर्क कर सी.सी.टी.वी. कैमरा अधिक से अधिक लगाकर उसे पूर्णता चालू हालत में रखने आग्रह करें जिससे अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों पर लगाम लगेगा।
अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे, उप. पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर वासनिक, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बोड़ला जगदीश उईके, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया पंकज पटेल, एवं जिले के समस्त थाना एवं चौकी प्रभारी तथा कार्यालय अधिकारी कर्मचारी अधिक संख्या में उपस्थित रहे।