लेटेस्ट न्यूज़

मुंबई: एटीएम के बाहर खड़ा रो शीशे को देता था, पुलिस ने ऐसे जाल बिछाकर पकड़ा

मुंबई: विले पार्ले पुलिस ने गुरुवार को कहा कि सिटी एटीएम (एटीएम) में वरिष्ठ नागरिकों को धोखा देने के कई मामलों में कथित रूप से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल एक 67 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। अपराधियों की पहचान बिहार के 32 वर्षीय शत्रुघ्न महतो के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया, ’31 दिसंबर, 2022 को, पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी कि विले पार्ले के एटीएम में कथित रूप से 13,000 रुपये की ठगी की गई थी, जब वह पीने के लिए वहां गई थी।

धोखे से निकालने के लिए 13 हजार
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि एटीएम में मौजूद एक व्यक्ति ने उसे पैसे निकालते हुए देखा और उस व्यक्ति ने उसकी मदद करने की पेशकश की। उसने एटीएम कार्ड अपने हाथ से लिया और बाद में उसका पिन मांगा, ट्रांजिशन पूरा होने के बाद शख्स ने दूसरी ट्रांजैक्शन की और बुजुर्ग के खाते से 13,000 रुपये निकाले। जब तक शिकायतकर्ता को पता चलता है कि उसके खाते से एक और लेन-डेन की पहचान हो गई है, वह व्यक्ति जोखिम से भाग गया था।

ये भी पढ़ें- IFS ऑफिसर ने खुले रेस्तरां की पोल, VIDEO शेयर पर पूछा- ‘यह घोटाला कह सकते हैं…

3 दिन में पुलिस ने किया केस सॉल्व
पुलिस अधिकारियों ने बताया, ‘शिकायत पर पुलिस ने धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जो संदिग्ध का मार्कर लेने के लिए कब्जा करने की जांच शुरू की।’ पुलिस ने तकनीकी मार्करों पर काम करते हुए पश्चिमी मुंबई के विभिन्न एटीएम में जाल बिछाया और तीन दिन के लिंक मशक्कत के बाद शख्स को 3 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पुलिस को ये भी पता चला है कि संदेहास्पद पहले ऐसे धोखाधड़ी में शामिल रहा है और उसके खिलाफ कई पुलिस थानों में मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि शख्स ने पहले भी बुजुर्ग व्यक्ति को एटीएम से पैसे निकालने के नाम पर ठगी कर चुका है।

बिहार का रहने वाला है भूत
संदिग्ध की पहचान 32 वर्ष शत्रुघ्न महतो के रूप में हुई, जो बिहार के मूल निवासी हैं और उनके खिलाफ इसी प्रकार के ठगी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कहा कि उसका साथी भी बिहार का मूल निवासी है जिसकी तलाश की जा रही है।

टैग: अपराध समाचार, महाराष्ट्र समाचार, मुंबई पुलिस

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page