17 साल के खोज और सौ साल पुराने नकारात्मक कार्यों को डिजिटल पद्धति से पुनर्जीवित कर भारत सरकार के प्रकाशन विभाग ने विशेष कला पेपर पर यह ग्रंथ छापा है। इसमें सौ पांच दुर्लभ चित्र हैं जो 370 सरीसृप की एक तीन आकार की पुस्तक में शामिल हैं।
शुक्रवार को जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर तरुण लिखित विजय ग्रंथ विराट शिवाजी ओम बिरला को नामांकित किया गया। 17 साल के खोज और सौ साल पुराने नकारात्मक कार्यों को डिजिटल पद्धति से पुनर्जीवित कर भारत सरकार के प्रकाशन विभाग ने विशेष कला पेपर पर यह ग्रंथ छापा है। इसमें सौ पांच दुर्लभ चित्र हैं जो 370 सरीसृप की एक तीन आकार की पुस्तक में शामिल हैं। किताब की भूमिका ओम बिरला ने लिखी है। इसका पहला प्रति प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया था। इस किताब का मूल्य 2100 रुपए वजन दो किलो है। इस ग्रंथ को तामिल बांग्ला कन्नड़ और गुजराती में भी अनूदित किया जा रहा है।
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