राजघाट पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 19 दिसंबर की सदस्यता रद्द करने के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन के तहत रविवार को दिल्ली में भी पार्टी के दाखिले का प्रचंड प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस के कार्यकर्ता भारी संख्या में राजघाट पर जाम लगे हुए हैं। खास बात यह है कि इस प्रदर्शन में राहुल गांधी के समर्थन में आयोजित सिख विरोध दंगों और पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटल भी शामिल हुए। जगदीश शीर्षक लंबे समय से बाद में कांग्रेस के किसी भी प्रदर्शन में शामिल हो गए।
बता दें कि केरल के वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी की आज सुबह सदस्यता रद्द करने के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी संकल्प सत्याग्रह जारी है। पार्टी के बड़े नेता और कार्यकर्ता सुबह 10 बजे से ही सभी राज्यों में जिला और ब्लॉक स्तर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली में भी राजघाट पर भारी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शरीफ शेयरिंग गांधी दिल्ली स्थित राजघाट पर सत्याग्रह में मौजूद हैं। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लागू कर दी है, लेकिन कांग्रेस के छात्रों और अभ्यर्थियों का यहां ऊंचाई का चिलचिली जारी है। कांग्रेस का यह प्रदर्शन शाम पांच बजे तक चलेगा।
जगदीश शीर्षक कौन हैं
दरअसल, 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंस्पिरेशन गांधी की हत्या के बाद दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में सिखों के खिलाफ हिंसक घटनाएं हुईं थीं। दिल्ली में सिख विरोध प्रदर्शनों में पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटल अगुवा नेताओं में शामिल थे। खास बात यह है कि जगदीश टाइटल का नाम गांधी परिवार के करीबियों में शुमार है। उन्हें सिख विरोधी दंगा होने के बाद केंद्र सरकार में मंत्री भी बनाया गया। सिख विरोधी दंगों को लेकर नानवती आयोग के दंगों के अनुसार दावे वाले लोगों में कांग्रेस के पूर्व सांसद जगदीश टाइटल भी शामिल थे। आरोपित जगदीश शीर्षकों ने झूठ बोलने वाले टेस्ट का दावा करने से भी इंकार कर दिया था। दिल्ली में भड़के सिख विरोधी दंगों में 2800 से ज्यादा लोग मारे गए थे। वहीं में मरने वालों का खाता करीब 3500 था।
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