
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं और इसके बाद दिल्ली लौट गईं। इस ऐतिहासिक मौके पर राष्ट्रपति ने नक्सलवाद को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि राष्ट्रपति ने नक्सलवाद को चिन्हित किया है और यह अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है।
राष्ट्रपति का संदेश: नक्सलवाद के अंत की ओर बढ़ता छत्तीसगढ़
अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि “मुझे जानकारी दी गई है कि यह लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। नक्सल प्रभावित जिलों के लोग विकास के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और जल्द ही यह समस्या समाप्त हो जाएगी।”
डिप्टी सीएम अरुण साव ने क्या कहा?
डिप्टी सीएम अरुण साव ने राष्ट्रपति के दौरे को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आगमन हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने विधानसभा सदस्यों को संबोधित किया, मार्गदर्शन दिया और पौधारोपण भी किया।”
छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की प्रशंसा
डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला और संस्कृति की भी सराहना की। उन्होंने ओडिशा और छत्तीसगढ़ के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि दोनों राज्यों के बीच आत्मीयता का रिश्ता है।
छत्तीसगढ़ में शांति और विकास की ओर बढ़ता कदम
राष्ट्रपति के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब खत्म होने की कगार पर है। सरकार की नीतियों, सुरक्षा बलों के प्रयासों और जनता के सहयोग से राज्य में शांति और विकास का नया युग शुरू हो रहा है।
विधानसभा के रजत जयंती समारोह का ऐतिहासिक क्षण
छत्तीसगढ़ विधानसभा के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस समारोह में कई ऐतिहासिक क्षण जुड़े। राष्ट्रपति का संबोधन इस समारोह का मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें उन्होंने राज्य के विकास, महिला सशक्तिकरण और नक्सलवाद जैसी चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरवशाली क्षण न केवल विधानसभा की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि यह भी प्रमाणित करता है कि राज्य अब शांति और समृद्धि की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।













