
कई बाद की पुरानी दुर्घटनाएं, अपेक्षाएं और आपसी विश्वास की कमी संबंधों में दरार का कारण बन जाती हैं। जब हम किसी व्यक्ति से मिलते हैं, तो हमें उसकी बातें विचार और व्यवहार अपनी ओर आकर्षित करने लगता है। मगर समय के साथ खतरनाक संभावनाएं बढ़ने लगती हैं। हम कई कारणों से उस व्यक्ति के विरोधी होते हैं। इससे रिलेशनिप में निराशा, क्रोध, घबराहट और फ्रस्टेशन बढ़ने लगती है। इससे धीरे-धीरे खराब होते हैं। जानिए वो कौन से चेतावनी संकेत है, जो इस ओर इशारा करते हैं कि आप अपने रिश्ते को खराब कर रहे हैं (आत्म-विनाशकारी संबंध)।
इस बारे में बातचीत करते हुए राजकीय मेडिकल कालेज हलद्वानी में मनोवैज्ञानिक डॉ अर्जुन पंत ने कई बातों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कई बार हमारे अपने गलतियां ही रिश्ते को खोखला करने में असफल साबित होते हैं। संबंधों में छोटी-छोटी बातों को लेकर अंडरस्टैंडिंग की कमी के कारण मनमुटाव बढ़ने लगते हैं। इससे संबंध में विश्वास और स्थिरता की कमी महसूस होने लगती है। जानिए वो कारण जो रिलेशनशिप में से बोटिंग करने के कारण बनते हैं।
से बोटेज संबंध के क्या कारण होते हैं
लंबे समय से यौन संबंधों में कमी
दोस्तों की कमी के कारण अकेलेपन का शिकार हो गया
बच्चों और परिवार से लंबे समय तक दूर रहना
किसी तीसरे व्यक्ति के जीवन में पैर फैलाना
बचपन में किसी सदमे का शिकार होना या किसी घटना से ग्रस्त होना
पार्टनर को खोने का डर और किसी तरह का डर
ये साइन डे रिलेशनशिप में आपके खटास और बढ़ने वाले फासलों को आकर्षित करते हैं
1. गैस लाइटिंग
हर वक्त अपने अभिनय को गलत चीजों के लिए ब्लैम करना रिश्तों को तोड़फोड़ करने की एक निशानी है। अगर आपका पार्टनर आपसे किसी तरह की परेशानी का इजहार करता है और आप उसे गलत समझ लेते हैं, तो उसे गैस लाइटिंग कहा जाता है। इस स्थिति में न तो आप अपने अभिनय को तवज्जो देते हैं और न ही उनकी किसी बात पर आपको विश्वास होता है।

2. नियमित डेटिंग
एक के बाद एक संबंध बंधन से डेट पार्टनर रिलेशनशिप में आने वाले खटास का कारण बन जाता है। ऐसे लोग प्ले बॉय का रोल बनाते हैं। छोटी-छोटी बातों के चलते ये लोग रिलेशनशिप को आसानी से तोड़कर आगे बढ़ते हैं। बार बार दिनांक की साइकिल से चलने वाले लोग प्रतिबद्ध रहने में विश्वास नहीं रखते। ऐसे में अलग-अलग लोगों को डेट करने से रिश्ते में खुद ब खुद खटास आने लगती है।
3. स्वभाव का होना
ऐसे लोग हर घंटे इसी चिंता में पार्टनर रहते हैं कि आपका अभिनय किससे और क्या बात कर रहा है। अगर आपका कोई साथी किसी के साथ बाहर जाता है या कुछ देर से बातचीत भी करता है, तो इस प्रकार के लोग उन्हें लगातार कॉल और मैसेज करके डिस्टर्ब करने का प्रयास करते रहते हैं। इससे ऐसी शख्सियत का स्वभाव नज़र लग जाती है। उनका ऐसा व्यवहार उनके अभिनय को हर वक्त परेशान करता है, जिससे रिश्तों में दूरियां बनी रहती हैं।
4. मन में शिकायत रखना
ऐसे लोग हर समय मन में अपने अभिनय के लिए रूपों को समेटे रहते हैं। बात बात पर ताना गिरता है और उन्हें हर किसी स्थिति के लिए जिम्मेदार जिम्मेदाराना अच्छा लगता है। हर समस्या के लिए खुद को सुरक्षित रखते हुए ऐसे रिश्ते की अहमियत को नहीं समझते हैं। उनका मकसद अपने अभिनय को हर क्षण डेमोरलाइज करना होता है। इससे कलाकार का खुद पर विश्वास डगमगाने लगता है।
5. खुद को कोसना
ऐसे लोग खुद से हर गलती कर बैठते हैं। अपने आप को अपने साथी से कमतर अस्पष्टता और खुद को गलत बताने की आदत बनने लगती है। खुद को हाइलाइटरा बोलने वाली भूमिका को हर समसया के लिए कटघरे में खड़ा करना अपनी आदत होती है।

इन बातों का ध्यान रखें
आपस में बातचीत करें। कुछ देर से एक दूसरे को सुनने और रोज़मर्रा की उपस्थिति को समझने से बचाया जा सकता है। साथ ही एक दूसरे की विचारधारा की भी जानकारी होती है।
एक दूसरे पर आरोप लगाने से बचें। अगर किसी से गलती हुई है तो उसे समझाने के बाद बात वहीं खत्म कर दें, ताकि रिश्ते गहरे बने रहें।
रिश्तों को संकुचित करने के लिए अपना विश्वास बनाए रखें। एक और बात पर रिलेशन में परेशानी का कारण बन सकता है।
चाहे पैसा मायने रखता हो या पर्सनल प्रॉमिस, किसी भी तरह की बातों को एक दूसरे से छुपाता है।
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