नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के संकेत महसूस किए गए। रिक्टर पर इसकी तीव्रता 2.7 मीटर है। दिल्ली में इस भूकंप का इशारा आज शाम 4 बजकर 42 मिनट पर महसूस हुआ। हालांकि खबर से किसी तरह की जान माल के नुकसान की बात सामने नहीं आई है।
मंगलवार को भी भूकंप आया था
मंगलवार की रात में भी दिल्ली-एन जलयोजन में भूकंप के संकेत महसूस किए गए थे। ये इतने संकेत थे कि लोग अपने घरों के बाहर निकल आए थे। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश में था और इसका परिमाण परिमाण 6.6 था।
इस भूकंप के संकेत दिल्ली के अलावा पंजाब, यूपी, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर सहित कई राज्यों में महसूस किए गए थे। पाकिस्तान के लाहौर और पेशावर में भी इस तरह के झटके महसूस हो रहे थे। यहां भी लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए थे।
दुनिया में हर साल करीब 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में करीब 20 हजार भूकंप आते हैं लेकिन उनकी तीव्रता इतनी ज्यादा नहीं होती कि लोगों को भारी नुकसान हो। नेशनल अर्थक्वेक इंफॉर्मेशन सेंटर इन भूकंपों का रिकॉर्ड बनाता है। जानकारी के मुताबिक, 20 हजार में से सिर्फ 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिससे नुकसान होता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप हिंद महासागर में 2004 में आया था। ये भूकंप 10 मिनट तक महसूस किया गया था।
रिक्टर स्कैन पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं?
- 0 से 1.9 सीजमोग्राफ से जानकारी मिलती है
- 2 से 2.9 बहुत कम कंपनियाँ बनती हैं
- 3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजरा
- 4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे रखा जा सकता है
- 5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकते हैं
- 6 से 6.9 टावर का बेस दरक हो सकता है
- 7 से 7.9 इमारतें गिरती हैं
- 8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा विनाश
- 9 या ज्यादा भीषण तबाही, धरती की कंपनियां साफ महसूस करेंगी
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