
एएनआई
एलओपी शुभेंदु अधिकारियों ने कहा कि मौसी-भतीजे ने अपने किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट में बोगतुई का जिक्र नहीं किया। लेकिन टीएमसी कार्यकर्ता यहां ममता बनर्जी के लिए प्रचार कर रहे हैं।
बीरभूम के बोगतुई में पश्चिम बंगाल एलओपी शुभेंदु अधिकारियों ने कहा कि एक साल पहले भी यहां बीजेपी आई थी। हम आज भी मनुष्य पर निर्भर हैं, इसकी राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इस घटना के लिए टीएमसी जिम्मेदार है। हम कानूनी रूप से लड़ेंगे और अपने सभी संसाधनों के साथ 10 बड़े के साथ बनाएंगे। 2022 में बीरभूम के रामपुरहाट के बोगतुई में नरसंहार हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि ममता बनर्जी दो बार (आज) पापाराजा से मिलीं, एक बार हवाईअड्डे पर और फिर भुवनेश्वर में। किसी भी बातचीत में उसने एक बार भी बोगतुई का जिक्र नहीं किया।
एलओपी शुभेंदु अधिकारियों ने कहा कि मौसी-भतीजे ने अपने किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट में बोगतुई का जिक्र नहीं किया। लेकिन टीएमसी कार्यकर्ता यहां ममता बनर्जी के लिए प्रचार कर रहे हैं। वह बोगतुई के साथ नहीं है। आरोपित है कि बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में 21 मार्च 2022 को नृशंस हत्याकांड हुआ था। बाद में उसी रात बोगतुई गांव में भयानक नरसंहार हुआ। बोगतुई गांव में हुई शास्त्र हिंसा में इसी दिन 10 लोगों को जला दिया गया था। आज बोगतुई कांड की पहली नज़र है। पहली बार स्क्रिप्ट के दिन पीड़िता ने श्रद्धांजलि दी, विद्वान को फटकार लगाई। पीड़ित संपूर्ण का कहना है कि उन्हें शांति से जीने दो।
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