UNITED NEWS OF ASIA. रिजवान मेमन, धमतरी | अगर किसी महानुभाव से पूछा जाए कि श्रीमद भागवत का क्या अर्थ होता है तो वो बता नही पायेगा ।भगवत इदं भागवतं,इदं जगत सर्वम जगत भागवतं। ये संसार किनका है ? भगवान का है। संसार का कोई भी व्यक्ति महान से महान व्यक्ति भी ये नही कह सकता कि मेरा है । यह सृष्टि मेरी है यह संसार भगवान का है यह सृष्टि भगवान की है । तो सच्चाई को मानना पड़ेगा , धारण करना पड़ेगा , स्वीकार करना पड़ेगा,गर भगवान का है तो मैं और मेरा,तू और तेरा की लड़ाई क्यों?भागवत इसलिए सुना जाता है और सुनाया जाता है कि जो हमारे अंदर मैं और मेरा,तू और तेरा का जो भाव है यह समाप्त हो जाय।
अयोग्य को जो योग्य बनादे वो भागवत जी हैं ।
जो भगवत स्वरूप को प्रदान कर दें तो भागवत जी हैं ।
भागवत जी जीविका नही जीवन होने चाहिए,भागवत जी उपदेश मात्र न हो उपचार होने चाहिये।भागवत जी मनोरंजन के लिए नही मनोमंथन के लिए हों।श्री धाम पंचकोशी धाम फिंगेश्वर से पधारे पं.भूपेंद्रधर दीवान जी ने यह बातें श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के पांचवे दिवस व्यास पीठ के माध्यम से वामन अवतार,श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग पर बताई।पंचम दिवस कथा पंडाल में वामन अवतार,भगवान श्रीकृष्ण जन्म की धूम रही।भागवतप्रेमी श्रद्धालुओं ने श्रीकृष्ण जन्म के अवसर पर सोहर गीत गाकर जमकर जन्मोत्सव मनाये।
धर्म दर्शन के लिए हैं,प्रदर्शन के लिए नही
आज लोग धर्म के वास्तविक मायनो को भूल गए हैं और आज जितने झगड़े धर्म के कारण हो रहे उतने किसी और के कारण नही । जो धारण करने योग्य हैं वही धर्म हैं धर्म को प्रदर्शन का विषय न बनायें ये दर्शन के लिए हैं । जिसका वेदों ने निर्वहन किया है वही धर्म है जिसका विदों ने खंडन किया है वही अधर्म है।
रामचरितमानस में सबसे सुंदर शब्द, परहित सरिस धरम नही भाई सो लोक हित , पर हित में कार्य करते रहें।
जीवन आनंदमय होगा किसी भी जीव को पीड़ा न दें।जो सरल है वही सफल है।
आयोजनकर्ता केकती परिवार फरसियां की ओर से मुख्य यजमान महेंद्र संगीता साहू,नागेश्वर विद्या साहू,शिवदयाल गौरी साहू,शांतनु बसन्ती साहू,जितेंद्र सोनम साहू,सौरभ श्रद्धा साहू,रामकुमारी सोन,रवि सोन,ए.आर.गजपाल,प्रदीप सोन,दोलेश सोन,कैलाश सोन,वेदांती साहू,पोषण साहू,माधुरी कश्यप,रूपचंद सोन,घनश्याम सोन,चंद्रजीत सोन,हेमंत साहू,मनीराम यादव,राधू यादव कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए है।