
क्रिएटिव कॉमन
शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य लोगों द्वारा दिए गए थे और कुछ दिनों तक संसद में अटका भी रहा था, लेकिन इस बार इस मुद्दे को ज्यादा महत्व दिया गया।
महाराष्ट्र के उत्तर प्रदेश के एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस और बीजेपी (यूबीटी) नेता ठाकरे पर चुटकी लेते हुए कहा कि अडानी मुद्दों के विरोध करने वालों को इस मुद्दे पर राकांपा प्रमुख शिष्टता की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। यह एनसीपी सुप्रीमो द्वारा एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार के दौरान अडानी समूह की जिम्मेवारी जांच के लिए किसी विशेष अभियान को खारिज करने के बाद आया। शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य लोगों द्वारा दिए गए थे और कुछ दिनों तक संसद में अटका भी रहा था, लेकिन इस बार इस मुद्दे को ज्यादा महत्व दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो पूरे देश में हुकूमत पैदा करते हैं, तो देश की अर्थव्यवस्था की लागत वहन की जाती है और कहा कि समूह पर हमला “लक्षित” लग रहा था। सटीक अमेरिका स्थित शार्टसेलर हिंडनबर्ग रॉयटर्स द्वारा आरोपित जेसी की संयुक्त बहुमत समिति की जांच की मांग कर रहा है।
शरद पवार ने कहा था कि गौतम अडानी को शक बनाया जा रहा है। जेपीसी की मांग करना सही नहीं है। एनसीपी अध्यक्ष शरद के बयान के बाद सवाल उठे थे कि महाविकास अघाड़ी में क्या हैं। फिर बाद में अपने बयानों की सफाई देते हुए पवार ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट और संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग को खारिज करते हुए एनसीपी प्रमुखों ने शनिवार को कहा कि यह सच है कि एनसीपी उन विपक्षी दलों में से एक है जो संसद में अडानी हैं जेपीसी की मांग में शामिल हुए हैं। एक जेपीसी में सत्ता पक्ष से 15 लोग और संबंध से 5-6 लोग होंगे।
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