

क्रिएटिव कॉमन
पीएम सरफ के ट्वीट के कुछ देर बाद ही कई पाकिस्तान ट्विटर पर आ गए और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को ट्रोल करना शुरू कर दिया। लेखक आयशा सिद्दीका ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिलचस्प बात यह है कि ये परोपकारी व्यक्ति भारतीय दूतावास में नहीं गया और इस पैसे को बाढ़ राहत के लिए इस्तेमाल किया। आश्चर्य है क्यों? किया।
पाकिस्तान खुद तो कंगाली के दौर से गुजर रहा है। दाने-दाने को मोहताज वहां के आवाम खाने के लिए लाट रही है। उसके पास न पैसे हैं और ना ही लोगों को दो जून की रोटी नसीब हो रही है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपने देश की उम्मीद नहीं रख रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने दावा किया कि एक अज्ञात पाकिस्तान ने तुर्की-सीरिया भूकंप के लिए 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर का दान दिया है। पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के नागरिकों ने अमेरिका में तुर्की के दूतावास में जाकर चंदा दिया।
सरफराज ने ट्वीट करते हुए कहा कि एक पाकिस्तानी पाकिस्तान का उदाहरण बहुत प्रभावित हुआ, जो अमेरिका में तुर्की दूतावास में गया और तुर्की और सीरिया में भूकंप के लिए 30 मिलियन डॉलर का दान दिया। ये परोपकार के ऐसे शानदार कार्य हैं जो मानवता को दुर्गम घटना होने के कारण बाधाओं पर विजय प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
पीएम सरफ के ट्वीट के कुछ देर बाद ही कई पाकिस्तान ट्विटर पर आ गए और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को ट्रोल करना शुरू कर दिया। लेखक आयशा सिद्दीका ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिलचस्प बात यह है कि ये परोपकारी व्यक्ति भारतीय दूतावास में नहीं गया और इस पैसे को बाढ़ राहत के लिए इस्तेमाल किया। आश्चर्य है क्यों? किया। पाकिस्तानी पत्रकार इहतशाम उल हक ने ट्वीट किया, “लोल, इसके बजाय खुद से एक सवाल कि वह पाकिस्तान दूतावास क्यों नहीं गए।
एक गुमनाम पाकिस्तानी के उदाहरण से बहुत प्रभावित हुआ, जो अमेरिका में तुर्की दूतावास में गया और तुर्की और सीरिया में भूकंप पीड़ितों के लिए $30 मिलियन का दान दिया। ये परोपकार के ऐसे शानदार कार्य हैं जो मानवता को दुर्गम प्रतीत होने वाली बाधाओं पर विजय प्राप्त करने में सक्षम बनाते हैं।
– शहबाज शरीफ (@CMShahbaz) 11 फरवरी, 2023
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