पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। वे पीएम मोदी से बात करने के लिए जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं। कांगाली और भुखमरी की मार जित रहे पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ के तेवर देखते आ रहे हैं।
जिस देश की बुनियाद ही हिंदुस्तानी विरोध पर रखी गई वहां कुछ दिनों से ऐसा उलटा हुआ है कि वहां की आवाम खुद ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे पढ़ रही है। पाकिस्तान के अखबारों में मोदी की शान में संपादकीय लिखे जा रहे हैं। पाकिस्तान के टेलीविजन और मीडिया में भी पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व की चर्चा हो रही है। पाकिस्तान के अखबार ने भारत को एक ताकतवर देश बताया और नरेंद्र मोदी की डिप्लोमेसी की फ्रैंक एरियर की है। रोटी के लिए बिलखते पाकिस्तान की आवाम और वहां के मीडिया को नरेंद्र मोदी की याद आ रही है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। वे पीएम मोदी से बात करने के लिए जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं। कांगाली और भुखमरी की मार जित रहे पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ के तेवर देखते आ रहे हैं। उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि हमने भारत से तीन युद्ध लड़े हैं। इसके बाद पाकिस्तान ने अपना सब कुछ सीख लिया है। अब हम शांति के साथ रहना चाहते हैं। शहबाज शरीफ ने कहा कि हम एक साथ बैठते हैं और कश्मीर सहित आपसी ज्वलनशील मुद्दों पर बातचीत करते हैं। हमें एक-दूसरे से झिंझोड़ बिना एक दूसरे के साथ आगे बढ़ना है न कि समय और संपत्ति को झिंझोड़ें।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सरफराज ने कहा कि हम गरीबी को खत्म करना चाहते हैं। हमें शर्मिंदा और नौकरी करनी चाहिए। हम अपने लोगों को शिक्षा देना चाहते हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार देना चाहते हैं। हम अपने संसाधनों को बम और गोला-बारूद को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। मैं यही संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देना चाहता हूं।
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