उत्तरी कोसोवो के शहर मित्रोविका में रातभर में भारी ट्रकों को सड़कों पर खड़ा कर दिया। यह शहर कोसोवो सर्ब और जातीय अल्बानिया में टूट गया है। कोसोवो में जातीय अल्बानिया के लोग बहुसंख्यक हैं। हाल ही में संकट के सामने आने के बाद, यह पहली बार है कि सर्ब समुदाय ने प्रमुख शहरों का जलवा बिखेर दिया।
उत्तरी कोसोवो में सर्ब समुदाय के लोगों ने मंगलवार को धूम मचाई और उन्हें रोक दिया। इससे एक दिन पहले सर्बिया ने सीमा के पास अपने सैनिकों को तैनात कर दिया था। हालांकि अंतराराष्ट्रीय समुदाय ने सर्ब लोगों से पहले देखे गए अवरोधकों को हटाने की मांग की थी। उत्तरी कोसोवो के शहर मित्रोविका में रातभर में भारी ट्रकों को सड़कों पर खड़ा कर दिया। यह शहर कोसोवो सर्ब और जातीय अल्बानिया में टूट गया है। कोसोवो में जातीय अल्बानिया के लोग बहुसंख्यक हैं। हाल ही में संकट के सामने आने के बाद, यह पहली बार है कि सर्ब समुदाय ने प्रमुख शहरों का जलवा बिखेर दिया।
अबतक कोसोवो-सर्बिया सीमा की ओर जाने वाले धूम पर ही नजर रखने वाले थे। सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूसिक ने कहा है कि उन्होंने सेना को “(कोसोवो में) हमारे लोगों और सर्बिया की रक्षा करने के लिए” सतर्क रहने के लिए कहा है। उन्होंने दावा किया कि कोसोवो देश के उत्तरी हिस्से में कोसोवो सर्ब लोगों पर हमला करने की योजना बना रहा है और उसने जबरन उन अवरोधकों को हटा दिया जिन्हें सर्ब लोगों ने 18 दिन पहले कोसोवो सर्ब समुदाय के पूर्व पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी के विरोध में विरोध किया था। । वूसिक ने कहा कि वह यूरोपीय संघ और अमेरिकी समझौतों से बातचीत कर रहे हैं ताकि शांति बनी रहे और मौजूदा संकट का कोई समाधान निकल सके। सर्बिया के प्रधानमंत्री एना बर्नाबिक ने मंगलवार को इन अन्य प्रकार की टिप्पणियों से इनकार किया कि सर्बिया ने हथियारबंद लोगों कोसोवो को भेजा है जो वस्तुतः अवरोधकों की रक्षा कर रहे हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
अन्य समाचार