टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट देश के शीर्ष पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के अधिकार क्षेत्र में बुधवार को धरने पर बैठ गए। बजरंग, विनेश, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक जंतर मंतर पर धरने पर बैठे 30 पहलवान हैं।
रोस्टरों की कई दलाली
इस मामले में बात करते हुए बजरंग पुनिया ने कहा, ”प्राइवेट स्पॉन्सर आते हैं, वो फेडरेशन को खिलाते हैं, फिर हम तक आते हैं, जिम्मेवारों को संभालने वाला नहीं है, टाटा मोटर्स के पैसे तक नहीं आए।” वहीं साक्षी मलिक ने इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा, ”हर महीने नए टूर्नामेंट आते हैं, वजन घटाना पड़ता है, बार बार घटाना पड़ता है, वसूली नहीं होती है। जीत के बाद हम मिल रहे हैं, 10 दिन बाद ट्रायल देते हैं, जबरदस्ती ट्रायल दिलवा रहे हैं।”
जिम्मेवारों ने जमकर आवाज उठाई
इस मुद्दे पर और पहलवानों ने भी अपनी आवाज उठाई। वर्ल्ड चैंपियन विनेश फोगाट ने कहा कि अगर किसी खिलाड़ी की इंजरी होती है तो कोई भी जिम्मेदारी नहीं लेता है। उनका कहना है कि खिलाड़ियों के ऊपर जबरन अनुशासनहीनता लग जाती है। अगर मैं कुछ बोलती हूं तो मुझे देशद्रोही बना दिया है, खोटा सिक्किम मुझे बोल दिया है, फेडरेशन मुझे मेंटल टॉर्चर करता है, मुझे कुछ हो जाता है तो परिवार क्या करता है, अगर किसी खिलाड़ी को कुछ भी हुआ तो फेडरेशन जिम्मेदार है, 5 साल से कुश्ती के लिए लड़ रही हूं पर फेडरेशन हमारे लिए चीज गलत निकलवाती है।
प्रधानमंत्री से भरोसा करें
इस पूरे मामले को लेकर पलवानो ने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक से मदद की गुहार लगाई है। ओलंपियन बजरंग पूनिया ने कहा, ”देश के सभी पहलवान एक साथ हैं, हम शांति से बात का समाधान चाहते हैं, हम फेडरेशन का बदलाव चाहते हैं, प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री कुछ उम्मीद करेंगे कि हमें उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष जी ने खुद का शोषण किया है। लड़कियां साथ में शोषण करती हैं, अध्यक्ष जी करते हैं। हम नाम नहीं लेंगे, लड़किया इज्जत हैं।