साजिद खान ने मंडली को बांधे रखा
सोशल मीडिया पर भी लोग यही कहते हैं कि साजिद खान (साजिद खान एग्जिट) ही वह कंटेस्टेंट हैं जो शिव मंडली (शिव ठाकरे) को बांधे रखते हैं। समय-समय पर समना और गलतहमियों को दूर किया। वह इतने कंटेस्टेंट थे कि कभी भी बाहर होने का डर नहीं था। वह हमेशा अपने दोस्तों का साथ देते हैं। इस चीज को मंडली के भी दूसरे कंटेस्टेंट ने समझा। तो अब जब वह मंडली (शिव मंडली) है और शो में नहीं है तो इस समूह का क्या होगा। क्या टूटेगा ये मंडली या फिर पलटन स्पष्टीकरण।
यूनीक की बैट बैट
जी हां पलटन… अर्चना ने ही फोटो वाले ग्रुप को नाम पलटन नाम दिया था। पिछले तीन महीनों से शालीन (शालिन भनोट) और पहली बार लगातार मंडली के बाहर जाने का इंतजार कर रही थीं। सृजिता जैसी कंटेस्टेंट को मंडली को तोड़ते रहे लेकिन कुछ नहीं मिला। बल्कि वह खुद ही बाहर हो गए। अब जब अब्दू और साजिद जैसे कंटेस्टेंट शो से बाहर हो जाते हैं तो मंडली को बड़ा झटका लगता है। इसका सबसे बड़ा फ़ायदा इसका प्रिकट को मिल सकता है। वह शुरू से पलटन के लीडर बन रहे हैं। हाल ही में उनकी अर्चना, सौंदर्या, शालीन और टीना से बातचीत भी बराबर हो रही है। वह इस समय एक करके कई लोग घर आने की कमान संभाल सकते हैं। इसका सीधा लाभ उन्हें ग्रैंड फिनाले में ले जा सकता है।
शिव ठाकरे क्या संभालेंगे दोस्तों को
अब शिव ठाकरे के खाते में जिम्मेदारी है। साजिद (साजिद खान) के बाद इस ग्रुप को जिम्मेदारी की जिम्मेदारी मराठी मानुस पर हैं। अगर इस समूह को टूटने से कोई बचा सकता है तो वह शिव ही हैं। उनमें ये नेतृत्व योग्यता भी है और मित्र समझ की क्षमताएं भी। अब शिव को अपना खेल भी खेलना होगा और दोस्तों के लिए कुछ कदम उठाने पड़ेंगे। शिव ठाकरे जब दोस्तों को संभालेंगे तो खुद-ब-खुद उनके फैंस उन्हें सपोर्ट करेंगे।
निमृत को तो उनके पिता समझाकर ही गए थे
फैमिली वाले वीक में जब निमृत कौर (निमृत कौर अहलूवालिया) के पिता आए थे तो उन्होंने बिटिया को यही समझा था कि वह अब मंडली से ऊपर उठेंगी और अपनी बातें करेंगी। मगर निमृत ने पिता की न सुनकर अपने दिल की बात सुनी और दोस्ती का घेरा तैयार किया। अगर निमृत का साथ शिव को मिला तो ये दोस्ती और मंडली दोनों बचेंगे। वरना तो ये ग्रुप टूटकर लगभग तय हो जाता है।
एमसी स्टेन और सुंबल का क्या होगा अगला कदम
सुम्बुल और स्टेन (एमसी स्टेन) ऐसे खिलाड़ी हैं जो कम खेलते हैं और ज्यादा टिकते हैं। जी हां, दोनों की ही टैगड़ी फैन फॉलोइंग है। उनकी मासूमियत को दोनों के फैंस बहुत पसंद करते हैं। अब जब मंडली अल्पमत में आ गई है तो दोनों छोटे सक्रिय होंगे और अपने समूह को मजबूत बनाना होगा।
मंडली को जाता-जाते साजिद खान ने इक्का दे दिया
साजिद खान शो से अपनी मंडली से कैप्टनेंसी रूम में खास बातचीत की लिए जाते हैं। यहां उन्होंने अपने दोस्तों को हौंसला भी दिया और ताकतें भी। वह बातों में ही बड़ी बातें कह गए। शो के होश से भी और आम जिंदगी के लिए भी। साजिद खान ने अपनी मंडली को बड़े भाई, पिता और दोस्तों के रिश्तेदारों को अपनी मंडली को गले लगाया। इमोशनल सपोर्ट दिया और कहा कि चारों ओर के लोग (स्टैन, निमृत, सुम्बुल और शिव) दूसरे की बैक बने रहें। एक दूसरी ढाल बनकर रहना और जी जान लगाना। साजिद खान की ये बात जरा भी इस मंडली के कान में पड़ी होगी तो यकीनन ये किसी इक्के से कम नहीं होगा।