
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं संत सिद्धेश्वर।
विजयपुरा: कर्नाटक के प्रसिद्ध संत सिद्धेश्वर स्वामी का निधन हो गया। जनयोगाश्रम के संत सिद्धेश्वर स्वामी अपनी विद्वता और ध्वनि के रूप में जाने जाते हैं। 81 साल के संत पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। अपने चुने हुए ‘वॉकिंग गॉड’ यानी कि जीवित भगवान के रूप में लोकप्रिय संत के निधन की घोषणा करते हुए विजयपुरा के उपायुक्त विजय महंतेश धनम्नावा ने बताया कि वे सोमवार को मृतक की अंतिम सांस ली। पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने संत के निधन पर शोक जताया है।
विजयपुरा में सरकारी अवकाश का ऐलान
कर्नाटक सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयानों के अनुसार, सरकार ने सिद्धेश्वर स्वामी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से करने का फैसला किया है। बयानों के मुताबिक, उनके पार्थिव शरीर को अजर में सुबह 8 बजे तक रखने के बाद सैनिक स्कूल में शाम 5 बजे तक रखा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार शाम 5 बजे के करीब होगा। संत के निधन की जानकारी के बाद उनके हजारों भक्त आश्रम के आसपास जुटने शुरू हो गए। विजयपुरा जिला प्रशासन ने आज सिद्धेश्वर स्वामी के निधन के कारण स्कूलों, चालानों और सरकारी दावों में छुट्टी की घोषणा की है।
संत के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक
बता दें कि अजमेर बसवराज बोम्मई संत सिद्धेश्वर स्वामी को देखने के लिए एक जनवरी को अस्पताल भी गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत के निधन पर शोक व्यक्त करता है। ट्विटर पर अपने शोक संदेश में प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘परमपूज्य श्री सिद्धेश्वर स्वामी जी को समाज की असाधारण सेवा के लिए याद किया जाएगा। वे दूसरों की तलाश के लिए गहन परिश्रम करते हैं और अपनी विद्वता के लिए भी जाने लगते हैं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनकी संख्या भक्तों के साथ हैं। शांति।’



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